Bihar Teacher News: बिहार विधान परिषद की शिक्षा समिति ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राज्य के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में कार्यरत guest teachers की सेवा को permanent करने की सिफारिश की है। समिति ने इस अनुशंसा पत्र को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव Dr. S. Siddharth को भेजा है। प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि assistant professors की अधिकतम सेवा आयु सीमा 65 वर्ष की जाए, जबकि पूर्व में हटाए गए अतिथि शिक्षकों को फिर से नियुक्त किया जाए।
क्या कहा अतिथि शिक्षक संघ ने?
Jai Prakash University (JPU) के अतिथि शिक्षक संघ ने इस अनुशंसा का जोरदार स्वागत किया है। संघ के अध्यक्ष Dr. Harimohan Pintu ने कहा कि यह निर्णय Saran और अन्य विश्वविद्यालयों में कार्यरत सैकड़ों शिक्षकों के लिए उम्मीद की नई किरण लेकर आया है। उन्होंने शिक्षा समिति के अध्यक्ष एवं बिहार विधान परिषद के उपसभापति Prof. Ram Vachan Rai और सभी विधान पार्षदों का आभार व्यक्त किया।
सिफारिश में क्या हैं प्रमुख बिंदु?
- विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में कार्यरत सभी guest teachers की सेवाओं को स्थायी किया जाए
- Assistant Professors की अधिकतम आयु सीमा 65 वर्ष की जाए
- जो शिक्षक 5-6 वर्षों से सेवा में थे और अब हटाए जा चुके हैं, उन्हें दोबारा बहाल किया जाए
- Higher Secondary Schools में कार्यरत अतिथि शिक्षकों की अधिकतम आयु सीमा 60 वर्ष तय की जाए
कब हुई थी बैठक?
यह सिफारिशें 8 अप्रैल 2025 को बिहार विधान परिषद के उपसचिव Shankar Kumar की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद तैयार की गई थीं। शिक्षा समिति ने राज्य सरकार से इस पूरे मामले पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए त्वरित कार्रवाई करने की अपील की है।
अब देखना यह होगा कि राज्य सरकार इन सिफारिशों पर क्या निर्णय लेती है। अगर सिफारिशें मानी जाती हैं, तो यह बिहार के सैकड़ों अतिथि शिक्षकों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकती है।