प्रधानमंत्री Narendra Modi के आगामी बिहार दौरे से पहले मुख्यमंत्री Nitish Kumar ने केंद्र सरकार से छह महत्वपूर्ण रेलवे परियोजनाओं को स्वीकृति देने की मांग की है। इस संबंध में राज्य के मुख्य सचिव Amrit Lal Meena ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को विस्तृत प्रस्ताव पत्र भेजा है। ये परियोजनाएं राज्य के यातायात ढांचे को सुदृढ़ करने, पर्यटन को बढ़ावा देने और आर्थिक विकास में तेजी लाने के उद्देश्य से तैयार की गई हैं।
बुद्ध सर्किट रेल कॉरिडोर: धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बल
मुख्य सचिव मीणा ने Buddha Circuit Rail Corridor को प्राथमिकता दी है। उन्होंने पटना-गया-तिलैया-राजगीर-फतुहा रेल मार्ग पर सर्कुलर ट्रेन सेवा शुरू करने का प्रस्ताव रखा है। इससे Bodh Gaya और Rajgir जैसे बौद्ध धार्मिक स्थलों तक यात्रियों की पहुंच आसान होगी। यह पहल Budget 2025 (Purvodaya) के विजन स्टेटमेंट का हिस्सा मानी जा रही है।
दक्षिण बिहार उपनगरीय रेल सेवा: Mumbai की तरह लोकल ट्रेन नेटवर्क की मांग
बक्सर, भोजपुर, रोहतास, लखीसराय, मुंगेर, शेखपुरा, भागलपुर, जमुई और बांका जैसे जिलों को राजधानी Patna से जोड़ने के लिए South Bihar Suburban Transport Network विकसित करने का प्रस्ताव है। इसमें तीसरी और चौथी रेल लाइन बिछाने की मांग की गई है, जिससे उपनगरीय यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल सके।
उत्तर बिहार नेटवर्क: Patna से सीधा जुड़ाव
North Bihar Suburban Network के अंतर्गत सीवान, सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और दरभंगा जैसे जिलों को पटना से सीधे जोड़ने की योजना है। Siwan-Chhapra-Hajipur-Muzaffarpur-Samastipur-Darbhanga रूट पर अतिरिक्त रेल लाइनें बिछाने की जरूरत जताई गई है, क्योंकि इन मार्गों पर यात्रियों की संख्या अत्यधिक है।
पटना क्षेत्रीय परिवहन नेटवर्क: सैटेलाइट टाउन से कनेक्टिविटी
Fatuha-Bidupur के बीच नए रेल पुल और पटना-पटना साहिब-फतुहा-बिदुपुर-हाजीपुर-सोनपुर-पाटलिपुत्र-पटना मार्ग पर रीजनल ट्रांसपोर्ट नेटवर्क के विकास की मांग की गई है। यह satellite towns के विकास और Mega Coaching Terminal तथा Modern Goods Shed के संचालन में सहायक होगा।
उच्च घनत्व नेटवर्क: Patna-Kiul खंड पर नई रेल लाइनों की आवश्यकता
DDU-Buxar-Ara-Patna-Kiul रूट पर यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण तीसरी और चौथी लाइन को तुरंत मंजूरी देने की मांग की गई है। इसके लिए भूमि अधिग्रहण, सड़कों के विकास और सार्वजनिक सुविधाओं के पुनर्स्थापन में राज्य सरकार द्वारा सहयोग का आश्वासन भी दिया गया है।
आरा-छपरा रेल पुल: उत्तर और दक्षिण बिहार की दूरी होगी कम
मुख्य सचिव ने गंगा नदी पर Ara-Chhapra के बीच एक नया रेल पुल बनाने का भी प्रस्ताव दिया है। इससे Shahabad और Saran क्षेत्रों के बीच संपर्क मजबूत होगा और उत्तर एवं दक्षिण बिहार के बीच यातायात आसान होगा। वर्तमान में JP Setu, Rajendra Setu और Munger Rail Bridge जैसे पुल कार्यरत हैं, जिन पर यातायात का भारी दबाव रहता है।
निष्कर्ष:
मुख्य सचिव Amrit Lal Meena ने केंद्र सरकार से इन छह परियोजनाओं पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की अपील की है और कहा है कि राज्य सरकार सभी आवश्यक सहयोग देने को तैयार है। अब देखना यह है कि प्रधानमंत्री मोदी के दौरे से पहले इन मांगों को केंद्र से हरी झंडी मिलती है या नहीं।