भाजपा ने कर्नाटक में पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में दो विधायकों एस टी सोमशेखर और ए शिवराम हेब्बार को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है। कर्नाटक भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने बताया कि पार्टी आलाकमान ने लंबे विचार-विमर्श के बाद यह कड़ा फैसला लिया है।
विधायकों की पृष्ठभूमि और आरोप
सोमशेखर और हेब्बार यशवंतपुर और येल्लापुर विधानसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं। ये दोनों पहले कांग्रेस से थे और 2019 में भाजपा में शामिल हुए थे। हालांकि, वे पार्टी के निर्देशों की अवहेलना करते हुए कांग्रेस के साथ मिलते नजर आए। भाजपा के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, दोनों ने 2023 के विधानसभा चुनाव भाजपा के टिकट पर जीते थे, लेकिन पार्टी की बैठकों में भाग लेना बंद कर दिया था और विधानसभा में भी कांग्रेस का समर्थन किया।
भाजपा का कड़ा रुख और चेतावनी
बी वाई विजयेंद्र ने कहा कि दोनों विधायकों को कई बार सुधार का मौका दिया गया, लेकिन उन्होंने चेतावनियों को अनसुना किया। पार्टी की राज्य कोर कमेटी और केंद्रीय नेतृत्व को उनकी गतिविधियों की जानकारी लगातार मिलती रही। भाजपा की केंद्रीय अनुशासन समिति ने 25 मार्च 2025 को कारण बताओ नोटिस पर विचार कर 6 साल के निष्कासन का निर्णय लिया।
कांग्रेस की आलोचना और प्रतिक्रिया
उपमुख्यमंत्री और राज्य कांग्रेस प्रमुख डी के शिवकुमार ने भाजपा की इस कार्रवाई की आलोचना की। उन्होंने कहा कि विधायकों ने कोई अपराध नहीं किया है और भाजपा के कई विधायकों पर कई एफआईआर चल रही हैं, फिर भी उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा में कई नेता विपक्ष को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन निष्पक्ष कार्रवाई नहीं हो रही।
निष्कासित भाजपा विधायकों की संख्या हुई तीन
इस कार्रवाई के बाद कर्नाटक में निष्कासित भाजपा विधायकों की संख्या तीन हो गई है। इससे पहले विजयपुरा के विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल को पार्टी से निष्कासित किया जा चुका है, जो पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा और उनके बेटे बी वाई विजयेंद्र की आलोचना कर चुके हैं।