पटना: राजधानी के Patna City Court में शुक्रवार को फिल्मी स्टाइल का सीन तब देखने को मिला, जब जमीन विवाद में आरोपी तीन लोगों ने खुद को वकीलों के चेंबर में बंद कर लिया। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पहुंची पुलिस घंटों तक परिसर में मौजूद रही, लेकिन अधिवक्ताओं के विरोध के चलते गिरफ्तार नहीं कर पाई।
क्या है पूरा मामला? जानिए क्यों कोर्ट में मची अफरा-तफरी
तीन दिन पहले Khusrupur थाना क्षेत्र के बड़ा हसनपुर गांव में 16 कट्ठा जमीन को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर गोलीबारी हुई थी। इस विवाद में सड़क जाम और आगजनी तक की नौबत आ गई थी। पुलिस ने एक पक्ष के खिलाफ FIR दर्ज की थी, लेकिन कोर्ट में एफआईआर की कॉपी भेजने में देरी की गई।
जब आरोपी बेल बांड की प्रक्रिया पूरी करने कोर्ट पहुंचे तो मॉर्निंग कोर्ट का समय खत्म हो चुका था। गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्होंने वकील के चेंबर में खुद को बंद कर लिया।
पुलिस ने दी दबिश, वकील बोले- चाबी हम लेकर गए हैं
घटना की जानकारी मिलते ही Khusrupur थाना पुलिस और DSP वन निखिल कुमार मौके पर पहुंचे। लेकिन Patna City Bar Association ने चेंबर का ताला तोड़ने की अनुमति नहीं दी। वकील Ashok Kumar ने बताया कि आरोपी खुद को चेंबर में छिपा लिए और चाबी उनके वकील साथ ले गए।
पुलिस पर पक्षपात और रिश्वतखोरी के आरोप
अधिवक्ता संघ के महासचिव Ashok Kumar ने Khusrupur थाना अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने 35 लाख रुपये लेकर एक सरिया फैक्ट्री के मालिक के पक्ष में जमीन कब्जा करवाया है। ऐसे में पुलिस का रवैया पक्षपातपूर्ण है और आरोपी इसी वजह से आत्मसमर्पण नहीं कर पा रहे।
DSP ने कहा- सब कुछ संवैधानिक प्रक्रिया के तहत होगा
DSP वन निखिल कुमार ने कहा कि आरोपी कोर्ट परिसर में मौजूद हैं और कानूनी प्रक्रिया के तहत ही काम किया जाएगा। हालांकि, उन्होंने उस सवाल से बचाव किया जिसमें पुलिस पर एक पक्ष को सहयोग करने का आरोप था।
आज हो सकता है सरेंडर, सामने आएगा सच
अब सभी की निगाहें आज के दिन पर हैं, जब आरोपी कोर्ट में आत्मसमर्पण कर सकते हैं। न्यायाधीश के समक्ष बयान दर्ज होने के बाद ही इस केस की असली तस्वीर सामने आ सकेगी।