ओडिशा में एक बड़ा भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है जहां IAS अधिकारी Dhiman Chakma को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। यह घटना कालाहांडी जिले की है, जहां वे धरमगढ़ के उप-जिलाधिकारी (Sub-Collector) के पद पर तैनात थे। विजिलेंस विभाग ने उन्हें 10 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा।
सरकारी आवास पर छापा, 47 लाख कैश जब्त
ओडिशा सतर्कता विभाग ने बताया कि आरोपी अधिकारी को एक व्यापारी से 10 लाख रुपये की रिश्वत की पहली किस्त लेते समय गिरफ्तार किया गया। यह राशि 20 लाख की कुल डील का हिस्सा थी। इसके बाद उनके सरकारी आवास पर छापेमारी की गई, जहां से ₹47 लाख नगद बरामद हुए हैं।
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, Dhiman Chakma ने रिश्वत लेने की बात कबूल की है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 और 2018 संशोधन अधिनियम की धाराओं के तहत केस नंबर 6/2025 दर्ज किया गया है।
2021 बैच के IAS अधिकारी हैं धीमन चकमा
Dhiman Chakma, 2021 बैच के IAS अधिकारी हैं। वे कालाहांडी जिले के धर्मगढ़ में बतौर उप-जिलाधिकारी कार्यरत थे। सूत्रों के मुताबिक, विजिलेंस की टीम को पहले से सूचना थी कि अधिकारी रिश्वत ले रहे हैं। सूचना के आधार पर जाल बिछाया गया और उन्हें रंगे हाथों पकड़ा गया।
व्यापारी से की गई थी 20 लाख की मांग
जांच में सामने आया कि अधिकारी ने एक स्थानीय व्यापारी से 20 लाख रुपये की मांग की थी, जिसमें से पहली किस्त के रूप में 10 लाख रुपये लेते समय उन्हें गिरफ्तार किया गया। रिश्वत किस संदर्भ में मांगी गई थी, इसकी जांच अभी जारी है।
जांच जारी, सस्पेंशन की कार्रवाई संभव
भ्रष्टाचार के इस मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार जल्द ही अधिकारी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई कर सकती है। विजिलेंस टीम फिलहाल बरामद कैश की गिनती और स्रोत की पुष्टि में लगी है।