भागलपुर में मंडप से भागा दूल्हा, फिर गांव वालों ने दबोचा – अब पंचायत के सामने होगी शादी!

फेसबुक से शुरू हुआ 5 साल पुराना प्यार, शादी के दिन टूटा; लड़की ने रोते हुए कहा – "सोचा नहीं था ऐसा होगा"

Bhagalpur Groom Runs Away From Wedding Facebook Love Turns Tragic
(Image Source: Social Media Sites)

BHAGALPUR: बिहार के भागलपुर से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने पूरे गांव को हैरानी में डाल दिया। 5 साल पहले फेसबुक पर शुरू हुई प्रेम कहानी, शादी के दिन उस वक्त टूट गई जब दूल्हा Sanu अचानक मंडप से गायब हो गया। दुल्हन Deepa परिवार और रिश्तेदारों के साथ मंडप में बैठी रही, लेकिन ना दूल्हा आया, ना बारात।

Facebook पर शुरू हुआ रिश्ता, शादी तक पहुंची बात

भागलपुर के डीएन सिंह रोड की रहने वाली दीपिका उर्फ दीपा की मुलाकात 2021 में मधेपुरा के चौसा निवासी सानू से फेसबुक (Facebook) पर हुई थी। दोनों की चैटिंग धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। दोनों ने एक-दूसरे से शादी करने के वादे किए और बीते महीने परिवार वालों की सहमति से 1 जून 2025 को शादी की तारीख तय हुई।

शादी की सारी तैयारियां पूरी थीं – मंडप, बैंड-बाजा, दावत और बारात का इंतजार। लेकिन जैसे-जैसे रात बढ़ी, ना बारात आई, ना दूल्हा। जब दीपा मंडप पर पहुंची तो वहां सानू नदारद था।

शादी के दिन हुआ हाईवोल्टेज ड्रामा

सानू की गैरमौजूदगी पर उसके दोस्तों और परिवारवालों ने कॉल करना शुरू किया, लेकिन उसका मोबाइल स्विच ऑफ था। चारों ओर अफरा-तफरी मच गई। कुछ घंटों बाद सानू का फोन ऑन हुआ और उसने कहा कि उसे किसी ने किडनैप कर लिया था।

यह बात सुनकर सभी चौंक गए। दीपा ने रोते हुए मीडिया से कहा – “मैंने उस पर 5 साल भरोसा किया। सोचा था वो हमेशा साथ रहेगा, लेकिन शादी के दिन ही छोड़ दिया। मुझे अब भी विश्वास नहीं हो रहा कि ये सब मेरे साथ हुआ है।”

गांव वालों ने घेरा, अब पंचायत के सामने होगी शादी

अगली सुबह जब सानू वापस अपने घर पहुंचा तो गांव के लोग भड़क गए। उसे चारों ओर से घेर लिया और जवाब मांगे। सानू ने माफी मांगी और भविष्य में ऐसी गलती ना दोहराने की बात कही।

वार्ड 21 के पार्षद Sanjay Singh समेत ग्रामीणों ने फैसला किया कि सानू और दीपा की शादी अब पंचायत और समाज के सामने बुढ़ानाथ मंदिर में करवाई जाएगी, ताकि दीपा की इज्जत को ठेस न पहुंचे।

सवाल बना रह गया: क्या भरोसे के लायक है ये रिश्ता?

अब सवाल ये उठ रहा है कि क्या कोई लड़का जो शादी के दिन ही मंडप से भाग जाए, वह दीपा का जीवनसाथी बनने लायक है? क्या यह रिश्ता सिर्फ सामाजिक दबाव में टिक पाएगा या इसमें भावनात्मक गहराई भी होगी?

यह घटना आज की युवा पीढ़ी की जिम्मेदारी, भावनात्मक स्थायित्व और शादी जैसे पवित्र बंधन को लेकर सोचने पर मजबूर करती है। शादी सिर्फ एक रस्म नहीं, बल्कि दो आत्माओं का बंधन होता है – जिसमें ईमानदारी, विश्वास और साथ सबसे जरूरी होता है।

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