बिहार-नेपाल बॉर्डर पर दो चीनी नागरिक गिरफ्तार, मोबाइल में मिला खालिस्तानी कंटेंट

बिना वैध दस्तावेज भारत में प्रवेश कर रहे थे दोनों चीनी नागरिक, मोबाइल में खालिस्तान समर्थक वीडियो मिलने से खुफिया एजेंसियां सतर्क

Chinese Nationals Arrested Khalistani Content Bihar Nepal Border
(Image Source: Social Media Sites)

Madhubani: बिहार के मधुबनी जिले में भारत-नेपाल बॉर्डर के पास Sashastra Seema Bal (SSB) ने दो चीनी नागरिकों को गुरुवार शाम हिरासत में लिया। आरोप है कि ये लोग Jatahi-Pipraun रोड पर स्थित एक बॉर्डर चेकपोस्ट का वीडियो बना रहे थे और इनके पास वैध यात्रा दस्तावेज भी नहीं थे। जब मोबाइल फोन की जांच की गई, तो उनमें Khalistan Movement से जुड़े वीडियो पाए गए।

कौन हैं गिरफ्तार चीनी नागरिक?

गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान Wu Hailong (उम्र 38, लियाओनिंग प्रांत) और Sheng Junyong (उम्र 30, आनहुई प्रांत) के रूप में हुई है। दोनों ने दावा किया कि वे नेपाल के Janakpur से वीडियो ब्लॉगिंग कर रहे हैं और उनके पासपोर्ट होटल में रह गए हैं। हालांकि, उनके पास न तो भारतीय वीजा था और न ही प्रवेश की अनुमति।

भाषा बनी चुनौती, फिर भी जुटाई गई जानकारी

प्रारंभिक पूछताछ के दौरान भाषा की बाधा सामने आई, क्योंकि एक व्यक्ति केवल चीनी भाषा में बात कर रहा था, जबकि दूसरा टूटी-फूटी अंग्रेजी में संवाद कर रहा था। SSB ने अनुवाद टूल और लिखित बयान के जरिए पूछताछ पूरी की।

सुरक्षा एजेंसियों में मचा हड़कंप

मोबाइल में खालिस्तानी वीडियो मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। इस घटना ने भारत-नेपाल बॉर्डर पर सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की जा रही है और दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

इससे पहले भी हुआ था चीनी नागरिक का गिरफ्तारी

गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले Yu Si Chow नाम के एक अन्य चीनी नागरिक को भी मधुबनी के Ladania बॉर्डर के पास गिरफ्तार किया गया था। सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि Operation Sindoor के बाद से सीमा पार आतंकवाद की गतिविधियों में इजाफा हो रहा है।

नेपाल से भी ली जा रही है मदद

भारतीय खुफिया एजेंसियां अब नेपाली अधिकारियों के साथ मिलकर दोनों व्यक्तियों की गतिविधियों और नेटवर्क की जांच कर रही हैं। यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि इनका कोई संपर्क किसी आतंकी संगठन या जासूसी गिरोह से तो नहीं है।

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