Tej Pratap Yadav और Anushka Yadav प्रकरण: बिहार की राजनीति में चुनाव से पहले गर्माहट आ गई है। Rashtriya Janata Dal (RJD) के नेता Tej Pratap Yadav और Anushka Yadav के कथित रिलेशनशिप ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। खास बात यह है कि Tej Pratap पहले से शादीशुदा हैं और उनकी पत्नी Aishwarya Rai के साथ तलाक का मामला अभी अदालत में लंबित है।
हाल ही में वायरल हुई एक तस्वीर में Tej Pratap Yadav, Anushka Yadav के साथ रोमांटिक अंदाज़ में नज़र आए। इस तस्वीर के बाद सोशल मीडिया पर बवाल मच गया, और कई राजनेता अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं देने लगे।
Chirag Paswan ने दी प्रतिक्रिया: “किसी बेटी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए”
Lok Janshakti Party (Ram Vilas) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री Chirag Paswan ने भी इस पूरे विवाद पर अपनी बात रखी है। पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा:
“यह उनके परिवार और पार्टी का निजी मामला है, इसमें किसी को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। मैं केवल इतना कहूंगा कि किसी भी बेटी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए।”
Chirag Paswan के इस बयान को संतुलित और संवेदनशील माना जा रहा है, क्योंकि उन्होंने किसी पक्ष का समर्थन किए बिना एक सामाजिक संदेश दिया।
12 साल पुराने रिश्ते का Tej Pratap ने किया खुलासा
Tej Pratap Yadav ने सोशल मीडिया पर दावा किया था कि वह Anushka Yadav के साथ पिछले 12 वर्षों से रिश्ते में हैं। इसके बाद उनके पिता और RJD प्रमुख Lalu Prasad Yadav ने उन्हें परिवार और पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
वहीं उनकी पत्नी Aishwarya Rai ने इस मुद्दे पर मीडिया के सामने आकर कहा कि पूरा लालू परिवार ड्रामा कर रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि उनके साथ इस तरह का व्यवहार क्यों किया जा रहा है।
पीएम मोदी के बिहार दौरे पर भी बोले Chirag Paswan
Chirag Paswan ने प्रधानमंत्री Narendra Modi के बिहार दौरे को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि:
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनावों में जो वादे किए थे, उन्हें एक-एक कर पूरा कर रहे हैं। बिहार को वर्ल्ड क्लास एयरपोर्ट की आवश्यकता लंबे समय से थी, जिसे मोदी जी के नेतृत्व में पूरा किया गया है।”
Chirag ने यह भी कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले लोकसभा में किए गए सभी वादों को पूरा कर लिया जाएगा और उनकी पार्टी बिहार को विकसित राज्य बनाने की दिशा में काम करती रहेगी।
यह प्रकरण जहां एक ओर राजनीतिक बहस का केंद्र बना हुआ है, वहीं दूसरी ओर यह सवाल भी उठा रहा है कि क्या राजनीति में व्यक्तिगत रिश्तों को सार्वजनिक करना उचित है?