पटना सिटी के आलमगंज थाना क्षेत्र के नालबंध टोली निवासी ऋषिका सिन्हा की शादी 17 मई 2025 को पलामू के पाटन थाना क्षेत्र के अनुज कुमार सिन्हा से धूमधाम से हुई थी। चार दिन बाद अचानक ससुराल से मायके को सूचना मिली कि ऋषिका ने आत्महत्या कर ली है। लेकिन मायकेवालों का दावा है कि यह हत्या है और इसे आत्महत्या का रूप दिया गया है।
दहेज की मांग और संदिग्ध मौत का मामला
मृतका ऋषिका के पिता महेन्द्र प्रसाद सिन्हा ने बताया कि शादी के दौरान और बाद में दहेज की भारी मांग की गई थी। कुल 20 लाख की मांग में से 13 लाख के गहने और सामान दिए गए, फिर भी पति और ससुराल वाले दहेज की मांग करते रहे। शादी के चार दिन बाद अचानक रात को फोन आकर सूचना दी गई कि ऋषिका ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। जब मायके के लोग वहां पहुंचे तो घटना संदिग्ध लगने लगी।
मायकेवालों का आरोप: हत्या कर फांसी पर लटकाया गया
ऋषिका के भाई राहुल रंजन और दीपक कुमार ने पुलिस पर आरोप लगाया कि वे मामले में गंभीरता से नहीं जांच कर रहे हैं क्योंकि आरोपी पति ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में नौकरी करता है। परिवार का कहना है कि ऋषिका को पहले गला दबाकर मार दिया गया और फिर फांसी पर लटकाया गया है।
पुलिस की सुस्ती से परेशान परिवार ने न्याय की गुहार लगाई
पीड़ित परिवार ने पलामू पाटन थाना में अनुज कुमार और उसके परिवार के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज कराया है। मृतका के पिता ने कहा कि पुलिस मामले को दबा रही है और वे न्याय के लिए उच्च अधिकारियों से मदद मांग रहे हैं।
मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय
यह दर्दनाक घटना न केवल पलामू बल्कि पटना समेत पूरे बिहार और झारखंड में चर्चा का विषय बनी हुई है। दहेज प्रथा को लेकर कानून होने के बावजूद ऐसे मामले क्यों बढ़ते जा रहे हैं, इस पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।