6 साल के प्यार ने पहुंचाया अस्पताल: ‘सुनो ना, तुम बहुत अच्छी लगती हो’ से शुरू हुआ अफेयर, शिक्षिका को मिला धोखा

फेसबुक से शुरू हुई मोहब्बत 6 साल बाद टूटी, निकाह की मांग पर शिक्षिका की जमकर हुई पिटाई, पुलिस से लगाई न्याय की गुहार

Love Affair Ends In Betrayal Jamui Teacher Demands Justice
(Image Source: Social Media Sites)

JAMUI, BIHAR:सुनो ना, तुम बहुत अच्छी लगती हो…”—यही एक मैसेज बना एक महिला शिक्षिका की ज़िंदगी की सबसे बड़ी भूल की शुरुआत। फेसबुक मैसेंजर से शुरू हुई 6 साल की प्रेम कहानी उस वक्त दर्दनाक मोड़ पर आ गई, जब प्रेमी ने दूसरी शादी तय कर ली और विरोध करने पर शिक्षिका को बेरहमी से पीट दिया गया।

6 साल चला प्यार, लेकिन मिला धोखा

झाझा थाना क्षेत्र की रहने वाली पीड़िता, जो मूलतः Dhanbad की निवासी और पेशे से प्राइवेट स्कूल की शिक्षिका हैं, ने बताया कि 6 साल पहले Mohammad Sagar, जो कि जमुई के पुरानी बाजार का रहने वाला है, ने फेसबुक पर मैसेज भेजा था: “तुम बहुत सुंदर लगती हो और मैं तुम्हें मन ही मन चाहने लगा हूं।” यह लाइन दिल को छू गई और यहीं से प्रेम कहानी शुरू हुई।

धीरे-धीरे दोनों के बीच मेल-मुलाकात बढ़ी, प्यार गहरा होता गया। लेकिन इस रिश्ते का अंत बहुत ही कड़वा और हिंसक साबित हुआ।

दूसरी शादी की भनक लगते ही प्रेमिका ने की सच्चाई जानने की कोशिश

पीड़िता ने बताया कि कुछ महीनों से उसे सागर की दूसरी शादी की बातों का शक हो रहा था। जब उसने इस पर सवाल किया तो सागर हर बार बात को टाल देता। 3 अप्रैल 2025 को शिक्षिका ने साफ तौर पर निकाह की बात कही, लेकिन युवक ने जवाब टाल दिया।

सागर के परिवार ने की पिटाई, पुलिस से लगाई न्याय की गुहार

निकाह की मांग करते हुए जब शिक्षिका सागर के घर पहुंची, तो वहां उसे गालियां दी गईं और मारपीट की गई। घायल शिक्षिका को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। आरोप है कि सागर के भाई Abid ने भी सेटलमेंट के नाम पर गुमराह किया।

ढाई लाख की ठगी और अश्लील फोटो वायरल करने की धमकी

पीड़िता ने बताया कि सागर बेरोजगार है और हमेशा पैसों की मांग करता था। अब तक वह ₹2.5 लाख रुपये ले चुका है। और अब वो उसे धमकी दे रहा है कि अगर उसने मुंह खोला, तो उसकी निजी तस्वीरें वायरल कर देगा।

पुलिस से मांग रही इंसाफ

पीड़िता ने Jhajha Police Station में शिकायत दर्ज करवाई है और कहा है कि उसे न्याय चाहिए। उसका कहना है कि यह केवल धोखा नहीं बल्कि आर्थिक और मानसिक शोषण का मामला है।

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