बिहार के मुंगेर ज़िले में गुरुवार को उस समय तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई जब बिहार के स्वास्थ्य मंत्री Mangal Pandey एक सरकारी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए मुंगेर सदर अस्पताल पहुंचे। मौके पर मौजूद ASHA कार्यकर्ताओं ने मानदेय बढ़ाने और स्थायीकरण की मांग को लेकर मंत्री का घेराव कर जमकर नारेबाजी की।
महिला नेता Usha Devi ने पुलिसकर्मी पर लगाया गंभीर आरोप
इस प्रदर्शन के दौरान आशा कार्यकर्ता संघ की जिलाध्यक्ष Usha Devi ने आरोप लगाया कि एक पुरुष पुलिसकर्मी ने उन्हें धक्का दिया और हाथ उठाया। उन्होंने सवाल उठाया – “जब महिला पुलिसकर्मी मौजूद थीं, तो एक पुरुष पुलिस ने मुझे क्यों मारा?” इस घटना के बाद अफरा-तफरी की स्थिति बन गई।
उषा देवी ने कहा कि वह इस मुद्दे को मुख्यमंत्री Nitish Kumar तक पहुंचाएंगी और संबंधित पुलिसकर्मी पर कड़ी कार्रवाई की मांग करेंगी।
महीनों से चल रहा है आंदोलन, मंत्री ने दिए आश्वासन
बता दें कि आशा कार्यकर्ता कई हफ्तों से मानदेय में वृद्धि और स्थायी नौकरी की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं। जैसे ही उन्हें खबर मिली कि मंत्री मंगल पांडेय अस्पताल में कार्यक्रम में शामिल होने वाले हैं, वे बड़ी संख्या में वहां पहुंच गईं।
मंत्री ने प्रदर्शनकारी महिलाओं से बात की और आश्वासन दिया कि सरकार उनकी मांगों पर विचार करेगी। लेकिन जब मंत्री कार्यक्रम से निकलने लगे, तब भीड़ ने फिर से घेराव कर लिया, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।
पुलिस और कार्यकर्ताओं में तीखी नोकझोंक
मंत्री की सुरक्षा में तैनात कोतवाली थाना के पुलिसकर्मी जब कार्यकर्ताओं को रास्ते से हटाने लगे, तो कार्यकर्ताओं और पुलिस में तीखी बहस और धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इसी दौरान Usha Devi के साथ कथित हाथापाई की घटना सामने आई।
घटना के बाद आशा कार्यकर्ताओं में रोष है और वे आरोपी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की मांग कर रही हैं।
संपर्क करने पर जिला प्रशासन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सोशल मीडिया पर यह मामला तेजी से वायरल हो रहा है।