पटना में कच्ची दरगाह से बिदुपुर तक गंगा नदी पर बने 5000 करोड़ रुपये की लागत वाले 6-लेन पुल का सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोकार्पण किया। इस ब्रिज की शुरुआत से राघोपुर और राजधानी पटना के बीच सड़क संपर्क अब और बेहतर हो गया है। इस नए सेतु के जरिए उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के बीच एक और वैकल्पिक मार्ग तैयार हो गया है, जो क्षेत्रीय विकास को नई दिशा देगा।
पटना से राघोपुर की दूरी कम, विकास की गति तेज
इस बहुप्रतीक्षित परियोजना की शुरुआत वर्ष 2016 में हुई थी और अब करीब 9 वर्षों के इंतजार के बाद इसे आम लोगों के लिए खोल दिया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को अपने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से बताया कि,
“गंगा नदी पर बना यह सेतु राघोपुर दियारा क्षेत्र के लोगों को पूरे साल पटना से सीधी कनेक्टिविटी देगा, जिससे वहां के कृषि, व्यापार और सामाजिक जीवन में गति आएगी।”
इस पुल का निर्माण बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BSRDCL) के अंतर्गत हुआ है, और इसका ढांचा अत्याधुनिक इंजीनियरिंग का नमूना है।
एमरजेंसी में राहत, ट्रैफिक दबाव भी होगा कम
सीएम नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि इस पुल के शुरू होने से महात्मा गांधी सेतु पर ट्रैफिक का दबाव घटेगा और मेडिकल इमरजेंसी या अन्य आवश्यक परिस्थितियों में लोगों को तेजी से पटना पहुंचने में मदद मिलेगी।
इस इलाके से तेजस्वी यादव, जो कि राजद के वरिष्ठ नेता और राघोपुर से विधायक हैं, उनके निर्वाचन क्षेत्र में ये ब्रिज लोगों के लिए बड़ी सौगात साबित होगा।
नीतीश ने शेयर की ब्रिज की तस्वीरें
नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया पर इस पुल की निर्माण यात्रा की तस्वीरें भी साझा कीं और लिखा,
“राज्य में सड़क और पुल निर्माण को हम प्राथमिकता दे रहे हैं ताकि सभी इलाकों तक निर्बाध कनेक्टिविटी पहुंचे।”