पटना के Paras Hospital में बुधवार को दिनदहाड़े कुख्यात अपराधी Chandan Mishra की गोली मारकर हत्या ने पूरे शहर को दहला दिया है। सवाल यह है कि सख्त सुरक्षा वाले अस्पताल में आखिर कैसे अपराधी आराम से हथियार लेकर पहुंचे और वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। जबकि मरीजों के परिजनों तक को सख्त जांच से गुजरना पड़ता है। क्या इसमें अस्पताल कर्मियों की मिलीभगत है? पटना पुलिस इसी एंगल से भी जांच में जुटी है।
पटना जोन के IG Jitendra Rana ने बयान में कहा कि पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। अपराधियों की पहचान कर ली गई है और सभी बक्सर व उसके आसपास के इलाके से हैं। IG ने कहा कि ये भी जांच की जा रही है कि अपराधी हथियार लेकर अस्पताल में कैसे घुसे? क्या अस्पताल के किसी कर्मी ने मदद की? जल्द ही पूरे मामले का खुलासा होने की बात कही गई है।
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Chandan Mishra: बक्सर का कुख्यात अपराधी, पैरोल पर आया था पटना
Chandan Mishra हत्या के मामले में जेल में बंद था। तबीयत खराब होने पर उसे इलाज के लिए पटना लाया गया। जानकारी के अनुसार चंदन मिश्रा पिछले एक दशक से अपराध की दुनिया में सक्रिय था। 2011 में इंडस्ट्रियल थाना क्षेत्र में दो बड़े हत्याकांडों में उसका नाम आया था।
पहली हत्या 20 अप्रैल को भरत राय की और दूसरी 26 जुलाई को शिवजी खरवार की हुई थी। साथ ही Buxar Model Thana क्षेत्र में जेल क्लर्क हैदर अली की हत्या में भी वह नामजद था। इसके अलावा बक्सर केसरी चुना भंडार के मालिक Rajendra Kesari की हत्या के मामले में कोर्ट ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई थी। बक्सर जेल में सजा काट रहे चंदन मिश्रा को भागलपुर जेल भेजा गया था, जहां से 21 दिन की पैरोल पर इलाज के लिए पटना लाया गया था। लेकिन इलाज के दौरान ही उसकी हत्या कर दी गई।
पटना पुलिस का दावा: जल्द होगा बड़ा खुलासा
पटना पुलिस का दावा है कि इस हत्याकांड में जल्द ही बड़ी साजिश का खुलासा हो सकता है। पुलिस अस्पताल प्रशासन, स्टाफ और सुरक्षाकर्मियों से भी पूछताछ कर रही है। सवाल यही है कि क्या अस्पताल के अंदर से अपराधियों को मदद मिली?