पटना का Jay Prakash Narayan International Airport अब एक नए युग में प्रवेश करने जा रहा है। 29 मई को प्रधानमंत्री Narendra Modi के हाथों इसके अत्याधुनिक टर्मिनल भवन और मल्टी लेवल पार्किंग का उद्घाटन होगा। इस बदलाव से न सिर्फ यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि राज्य के व्यापार और पर्यटन को भी पंख लगेंगे।
34 से सीधे 75 होगी उड़ानों की संख्या, 1 करोड़ होगी सालाना क्षमता
नए टर्मिनल भवन के शुरू होते ही पटना एयरपोर्ट से उड़ानों की संख्या मौजूदा 34 से बढ़कर 75 हो जाएगी। इससे सालाना यात्री क्षमता भी 25 लाख से बढ़कर करीब 1 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। यह विकास न सिर्फ यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाएगा, बल्कि बिहार को हवाई मार्ग से देश और दुनिया से बेहतर जोड़ेगा।
अब नहीं होगी पार्किंग की टेंशन, तैयार है 750 वाहनों की मल्टी लेवल सुविधा
अब तक पार्किंग की समस्या यात्रियों के लिए बड़ी चुनौती थी, लेकिन अब 750 वाहनों की क्षमता वाली मल्टी लेवल पार्किंग इस चिंता को खत्म कर देगी। पार्किंग से टर्मिनल तक पहुंचने के लिए 150 मीटर लंबा ट्रैवलेटर (moving walkway) लगाया गया है, जिससे यात्रियों को भारी सामान के साथ आसानी होगी।
स्मार्ट एंट्री और एक्ज़िट, दो गेट्स से होगी एंट्री और एक से निकासी
एयरपोर्ट में दो प्रवेश द्वार और एक निकास द्वार बनाया गया है। यात्री Chitkohra या Nehru Path होते हुए Sheikhpura Mod से एयरपोर्ट पहुंच सकते हैं। परिसर में प्रवेश के बाद अप-रैंप से यात्री सीधे पहले तल तक जाएंगे, जहां से वे बोर्डिंग के लिए आगे बढ़ेंगे। बाहर निकलने के लिए डाउन-रैंप और पार्किंग की अलग व्यवस्था रहेगी।
यात्रियों के लिए 15 लिफ्ट, 4 एस्केलेटर और कन्वेयर बेल्ट की सुविधा
नए टर्मिनल में यात्रियों की सुविधा के लिए हर स्तर पर आधुनिक इंतज़ाम किए गए हैं। प्रस्थान के लिए 8 गेट और आगमन के लिए 4 गेट बनाए गए हैं। यात्रियों को सामान उठाने की दिक्कत न हो, इसके लिए 15 लिफ्ट और 4 एस्केलेटर लगाए गए हैं। साथ ही, सामान प्राप्त करने के लिए स्वचालित कन्वेयर बेल्ट की व्यवस्था भी की गई है।
पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज से सीधे विमान में प्रवेश, अब नहीं होगी बस और सीढ़ियों की परेशानी
अब तक यात्रियों को विमान तक पहुंचने के लिए बसों और सीढ़ियों का सहारा लेना पड़ता था, लेकिन अब पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज की सुविधा से यह प्रक्रिया आसान हो जाएगी। एक बोर्डिंग ब्रिज तैयार हो चुका है, जबकि शेष चार का निर्माण टर्मिनल चालू होने के बाद किया जाएगा।
बिहार के लिए बड़ी उड़ान: एयरपोर्ट की आधुनिकता से जुड़ेगा विकास
पटना एयरपोर्ट का यह नया अवतार सिर्फ एक बुनियादी ढांचे का विस्तार नहीं है, बल्कि यह बिहार की तेज़ी से बदलती तस्वीर का प्रतीक है। अंतरराष्ट्रीय स्तर की सेवाएं और उच्च तकनीकी सुविधाएं राज्य को नई पहचान देंगी। 29 मई को होने वाला उद्घाटन एक नई शुरुआत का संदेश लेकर आएगा।