पटना: Patna Junction से 30 जून को अगवा किए गए ढाई साल के मासूम Sonu Kumar को पटना रेलवे पुलिस ने तीन दिन के अंदर सीतामढ़ी जिले के Khairwa गांव से सकुशल बरामद कर लिया है। इस ऑपरेशन में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने बच्चे को ₹2.7 लाख में बेचने की बात स्वीकार की है। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने एक मां की ममता को फिर से जीवित कर दिया है।
प्लेटफॉर्म नंबर 10 से हुआ था अपहरण
घटना 30 जून 2025 की है जब Radha Devi, पति Jitendra Kumar के साथ अपने दो साल छह महीने के बेटे सोनू कुमार को लेकर सीतामढ़ी जाने के लिए Patna Junction पहुंची थीं। प्लेटफॉर्म संख्या 10 के टिकट काउंटर के पास ट्रेन का इंतजार करते समय एक अज्ञात व्यक्ति आया और बच्चे से घुलमिल गया। वह लाड़-प्यार दिखाते हुए बच्चे को खाने का सामान भी देने लगा।
ममता को लगी दरार, और मासूम को लेकर भाग गया शातिर
जैसे ही राधा देवी ने मोबाइल मांगने के लिए दूसरे यात्री से बात की, तभी वह व्यक्ति मौके का फायदा उठाकर उनके बेटे को लेकर स्टेशन से फरार हो गया। काफ़ी खोजबीन के बाद भी जब बच्चे का कुछ पता नहीं चला, तो Railway Police को सूचना दी गई। मामला दर्ज होते ही वरीय पुलिस उपाधीक्षक (रेल), पटना के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई और जांच शुरू हुई।
CCTV फुटेज और इलेक्ट्रॉनिक सबूत बने पुलिस की आंख
जांच के दौरान पूरे पटना शहर के CCTV फुटेज खंगाले गए और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों की मदद ली गई। सूचना के आधार पर पुलिस टीम सीतामढ़ी के खैरवा गांव पहुंची जहां एक आरोपी Dinannath Sah, पिता Dukha Sah को रंगे हाथ पकड़ लिया गया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसी ने बच्चे को Patna Junction से चुराया और गांव के ही Tinku alias Vrijanand को ₹2.7 लाख में बेच दिया।
मां की गोद में लौटा मासूम, दो आरोपी सलाखों के पीछे
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और मासूम को उसकी मां की गोद में वापस लौटा दिया। यह घटना न केवल पुलिस की तत्परता का उदाहरण है बल्कि इस बात की चेतावनी भी कि रेलवे स्टेशन जैसे सार्वजनिक स्थलों पर बच्चों को विशेष निगरानी में रखें।