28 साल बाद गिरफ्त में आया कुख्यात माओवादी, बिहार के औरंगाबाद से हुआ गिरफ्तार

गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने छापा मारकर पकड़ा कुख्यात नक्सली कामेश्वर यादव, 1999 से था फरार

Maoist Kameshwar Yadav Arrested After 28 Years Aurangabad Bihar
(Source: Google/Social Media Sites)
Highlights
  • 28 साल से फरार माओवादी कामेश्वर यादव औरंगाबाद से गिरफ्तार
  • 1999 में दर्ज हुआ था आपराधिक मामला, 2002 में जारी हुआ स्थायी वारंट
  • नक्सल मुक्त अभियान के तहत पुलिस की बड़ी सफलता

औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद ज़िले की पुलिस ने शनिवार को एक बड़ी सफलता हासिल की है। 28 सालों से फरार चल रहे मोस्ट वांटेड माओवादी Kameshwar Yadav को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी गोह प्रखंड के बेला बारिस गांव का रहने वाला है, जिसे Bandeya Police ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर पकड़ा।

1999 से था फरार, कई बार चकमा देकर भागा

Daudnagar SDPO कुमार ऋषिराज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कामेश्वर यादव पर 1999 में Criminal Law Amendment Act के तहत मामला दर्ज हुआ था। उस पर सार्वजनिक शांति भंग करने जैसे संगीन आरोप थे। 2002 में उसके खिलाफ स्थायी वारंट जारी हुआ था, लेकिन वह लगातार पुलिस को चकमा देकर फरार होता रहा।

“इस बार हमें सटीक गुप्त सूचना मिली, जिसके आधार पर हमने कार्यवाही की और उसे गिरफ्तार कर लिया,” — कुमार ऋषिराज, एसडीपीओ

नक्सल मुक्त अभियान के तहत बड़ी कामयाबी

यह गिरफ्तारी Superintendent of Police अम्बरीश राहुल द्वारा चलाए जा रहे नक्सल मुक्त औरंगाबाद अभियान का हिस्सा है। पिछले कुछ दिनों से पुलिस जंगलों और पहाड़ी इलाकों में लगातार छापेमारी कर रही है। इस दौरान कई IEDs (Improvised Explosive Devices) भी बरामद कर नष्ट किए गए हैं।

पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा गया

कामेश्वर यादव को पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक पूरे इलाके से नक्सली गतिविधियों का पूरी तरह सफाया नहीं हो जाता।

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