Patna Firing Case में तीसरे आरोपी शानू का सरेंडर, ब्लैक स्कॉर्पियो भी बरामद – पुलिस पर उठे सवाल

बोरिंग कैनाल रोड गोलीकांड में अब तक तीन आरोपी सरेंडर कर चुके हैं, लापरवाह पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज, जांच सौंपी गई सेंट्रल एसपी Sweety Sahrawat को

Patna Gang Firing Incident After Car Collision
(Image Source: Social Media Sites)

Patna Firing Case में नया मोड़ तब आया जब तीसरे आरोपी Shanu ने शनिवार को पटना सिविल कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। इससे पहले इस सनसनीखेज गोलीकांड के दो आरोपी Piyush और Rohit पहले ही 30 मई को कोर्ट में सरेंडर कर चुके हैं। पुलिस ने इस वारदात में इस्तेमाल की गई Black Scorpio को भी बरामद कर लिया है, जिससे घटना के कई राज खुलने की उम्मीद है।

ADG के सामने हुई थी 10 राउंड फायरिंग, पुलिस को दी थी चुनौती

24 मई को पटना के Lohia Chak Pul के पास दो अपराधियों ने काले रंग की स्कॉर्पियो से उतरकर ताबड़तोड़ 10 राउंड फायरिंग की थी। इस दौरान मौके से गुजर रहे ADG Pankaj Darad ने अपनी गाड़ी से पीछा करने की कोशिश की, लेकिन अपराधी फरार होने में सफल रहे। इस घटना ने बिहार पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए थे।

तीनों आरोपी दोस्त, सब्जीबाग से जुड़ाव

अब तक सरेंडर करने वाले तीनों आरोपी – Piyush, Rohit, और Shanu – आपस में दोस्त हैं और सब्जीबाग इलाके से ताल्लुक रखते हैं। फायरिंग के समय एक आरोपी स्कॉर्पियो से उतरकर मोहल्ले की ओर फायरिंग कर रहा था, जबकि दूसरा गाड़ी से ही गोली चला रहा था।

इंस्पेक्टर के बेटे से पूछताछ, पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई

इस मामले में पुलिस ने एक इंस्पेक्टर के बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ की है, ताकि उसकी भूमिका स्पष्ट हो सके। साथ ही, इस केस को गंभीरता से लेते हुए पुलिस विभाग ने अब तक दर्जनभर पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। मामले की जांच का जिम्मा Central SP Sweety Sahrawat को सौंपा गया है।

पुलिस की कार्रवाई अब तेज, लेकिन उठे भरोसे के सवाल

पुलिस द्वारा आरोपियों को पकड़ने की कार्रवाई अब तेज हो गई है, लेकिन सवाल यह भी उठ रहा है कि इतनी बड़ी वारदात के बाद भी अपराधी कैसे खुलेआम घूमते रहे। क्या पुलिस की ढिलाई ने उन्हें बढ़ावा दिया? आने वाले दिनों में जांच रिपोर्ट से कई सवालों के जवाब मिलने की उम्मीद है।

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