बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षक अब आपसी सहमति से कर सकेंगे ट्रांसफर, शिक्षा विभाग की नई स्कीम लागू

बिना जिला स्थापना समिति की मंजूरी के मिलेगा ट्रांसफर, 'e-ShikshaKosh' पोर्टल से सिर्फ 3 दिन में जारी होगा आदेश

Bihar Teacher Mutual Transfer New Rule 2025
Bihar Teacher Mutual Transfer New Rule 2025 (Source: BBN24/Google/Social Media)
मुख्य बातें (Highlights)
  • बिहार में अब शिक्षक आपसी सहमति से ट्रांसफर कर सकेंगे
  • 'e-ShikshaKosh' पोर्टल से मात्र 3 दिन में मिलेगा ट्रांसफर आदेश
  • जिला स्तर पर किसी मंजूरी की जरूरत नहीं, पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन

डॉ. S Siddharth की अगुवाई में Bihar Education Department ने एक बड़ा कदम उठाया है जिससे अब राज्य के सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षक आपसी सहमति से एक-दूसरे के स्थान पर ट्रांसफर ले सकेंगे। यह व्यवस्था 10 जुलाई से पूरे महीने भर के लिए लागू रहेगी। खास बात ये है कि इसके लिए जिला स्तर पर किसी मंजूरी की आवश्यकता नहीं होगी। सभी प्रक्रियाएं ऑनलाइन ‘e-ShikshaKosh’ पोर्टल से पूरी की जाएंगी।

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. S Siddharth ने District Education Officers (DEOs) को निर्देशित किया है कि वे अपने जिलों के सभी शिक्षकों को इस सुविधा की जानकारी दें।

अब शिक्षक कम से कम दो और अधिकतम 10 की संख्या में एक ग्रुप बनाकर परस्पर स्थानांतरण कर सकते हैं। विभाग ने स्पष्ट किया है कि इस प्रक्रिया में राज्य या जिला स्तर पर कोई हस्तक्षेप नहीं होगा।

ऑनलाइन पोर्टल से होगी पूरी प्रक्रिया, OTP के जरिए मिलेगा स्कूल चयन का मौका

जो शिक्षक तबादला चाहते हैं, उन्हें ‘e-ShikshaKosh‘ पोर्टल पर लॉगिन करना होगा। वहां उन्हें पंचायत, ब्लॉक, अनुमंडल या जिला स्तर पर ट्रांसफर के इच्छुक शिक्षकों की सूची मिल जाएगी। इसके बाद, संबंधित शिक्षक OTP आधारित मोबाइल नंबर प्राप्त कर संपर्क कर सकते हैं और मनचाहे स्कूल का चयन कर सकेंगे।

Transfer Application Process:

  1. पोर्टल से OTP के जरिए आवेदन करना होगा
  2. 3 दिन में ट्रांसफर ऑर्डर जारी हो जाएगा
  3. 7 दिन के भीतर नए स्कूल में योगदान देना अनिवार्य होगा
  4. किसी एक भी सदस्य के न शामिल होने पर पूरे ग्रुप का ट्रांसफर रद्द माना जाएगा

ट्रांसफर स्कीम क्यों लाई गई? शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला

डॉ. S Siddharth द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि राज्य में बड़ी संख्या में शिक्षकों का ट्रांसफर किया गया है लेकिन इसके बावजूद शिकायतें आ रही थीं कि कई शिक्षक अपनी पोस्टिंग से संतुष्ट नहीं हैं। वहीं, कई स्कूल ऐसे हैं जहां से शिक्षक ट्रांसफर हो चुके हैं लेकिन नए शिक्षक की पोस्टिंग नहीं हो सकी, जिससे छात्रों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है।

इन्हीं सभी समस्याओं के समाधान के रूप में यह “आपसी सहमति से ट्रांसफर” की नई सुविधा लाई गई है जिससे रिक्त पद भी भरेंगे और शिक्षक भी संतुष्ट रहेंगे।

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