गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को हुए भयावह विमान हादसे ने दुनिया भर में कोहराम मचा दिया। इस हादसे में कुल 274 लोगों की जान चली गई, जिनमें 7 पुर्तगाली नागरिक भी शामिल थे। चौंकाने वाली बात यह रही कि ये सभी पुर्तगाली नागरिक भारत के Diu Island की यात्रा पर थे। वे अपनी “जड़ों” को महसूस करने आए थे, लेकिन लौटकर कभी अपने वतन नहीं जा सके।
दीव से था गहरा नाता, पुर्तगालियों की भावनात्मक यात्रा छीन ले गई हादसा
हादसे में मारे गए 7 पुर्तगाली नागरिकों के अलावा, 14 ऐसे लोग थे जो दीव के ही रहने वाले थे, लेकिन बाद में ब्रिटेन या पुर्तगाल जाकर बस गए थे। वे सालों बाद भारत लौटे थे – कोई त्योहार में शामिल होने, तो कोई अपने बुजुर्गों से मिलने। लेकिन किसे पता था कि ये यात्रा उनका आखिरी सफर बन जाएगी?
Diogo Mendes, Isabel Rocha, और Carlos Fernandes जैसे नाम इस हादसे में हमेशा के लिए इतिहास बन गए। अहमदाबाद में हुए इस प्लेन क्रैश ने अरब सागर से लेकर नॉर्थ अटलांटिक तक शोक की लहर दौड़ा दी।
एक गांव से उठे 9 जनाजे, दीव का बुचरवाड़ा गांव मातम में डूबा
इस हादसे में सबसे ज़्यादा नुकसान दीव के बुचरवाड़ा गांव को हुआ। यहां के 9 निवासी इस विमान हादसे में मारे गए। गांव के पंचायत सदस्य दिनेश भानुभाई ने बताया कि “हमारे लोग विदेशों में बस जरूर गए हैं, लेकिन दिल आज भी भारत में ही बसता है। वे त्योहारों और पारिवारिक आयोजनों में हिस्सा लेने आते हैं।”
बुचरवाड़ा गांव अब मातम में डूबा है। हर गली में सन्नाटा है और हर घर में आंसुओं की नमी।
प्लेन में था 242 यात्री, बचा सिर्फ एक व्यक्ति
गुरुवार को हुए इस हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल थे। यह भारत का अब तक का सबसे भीषण विमान हादसा बताया जा रहा है। सिर्फ Vishwas Kumar Ramesh ही ऐसे व्यक्ति हैं जो इस हादसे में जीवित बचे हैं। वह भी दीव में अपने परिवार से मिलने आए थे।