पाकिस्तान की सेना में इतिहास रचते हुए Army Chief Asim Munir को Field Marshal पद पर प्रमोट कर दिया गया है। यह फैसला अपने आप में ऐतिहासिक है, क्योंकि पिछले पांच दशकों में ऐसा पहली बार हुआ है। इस फैसले के साथ ही अब Asim Munir कभी रिटायर नहीं होंगे और उन्हें उम्रभर वेतन मिलता रहेगा।
Field Marshal एक ऐसा सैन्य पद है, जो आमतौर पर युद्ध या असाधारण सेवाओं के बाद दिया जाता है और यह व्यक्ति जीवनभर सेवा में माना जाता है। पाकिस्तान में आर्थिक संकट अपने चरम पर है, IMF और विदेशी कर्ज पर टिकी हुई सरकार के पास आम लोगों को राहत देने के लिए पैसे नहीं हैं, लेकिन Asim Munir को आजीवन वेतन और सुविधाएं दी जा रही हैं।
सोशल मीडिया और पाकिस्तानी जनता के बीच इस फैसले को लेकर काफी नाराजगी देखी जा रही है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब देश दिवालिया होने की कगार पर है, तब सेना के बड़े अफसरों को इतनी बड़ी सुविधाएं क्यों दी जा रही हैं?
जानकारों का मानना है कि यह फैसला न सिर्फ सेना की ताकत को दर्शाता है, बल्कि पाकिस्तान की राजनीतिक कमजोरी को भी उजागर करता है। Field Marshal बनते ही Asim Munir अब न सिर्फ सेना के उच्चतम पद पर रहेंगे, बल्कि देश के कई फैसलों में उनकी भूमिका और प्रभाव भी बढ़ेगा।
इस फैसले के जरिए यह साफ हो गया है कि पाकिस्तान में सेना सिर्फ एक रक्षा संस्था नहीं, बल्कि सत्ता की सबसे बड़ी धुरी बन चुकी है। जबकि देश की आम जनता महंगाई, बेरोजगारी और गरीबी से जूझ रही है, वहीं शीर्ष सैन्य अधिकारी उम्रभर ऐशो-आराम में रहेंगे।