महाराष्ट्र के पुणे में दी गई खास लेक्चर में बोले भारतीय रक्षा प्रमुख, ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान को हुआ बड़ा झटका
भारतीय सशस्त्र बलों के Chief of Defence Staff (CDS) General Anil Chauhan ने मंगलवार को पुणे में ‘भविष्य के युद्ध और युद्ध नीति’ विषय पर आयोजित एक विशेष व्याख्यान के दौरान बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत को केवल नुकसान पर नहीं, बल्कि परिणामों पर ध्यान देना चाहिए।
जनरल अनिल चौहान ने जोर देते हुए कहा, “जब मुझसे यह पूछा गया कि हमारे पक्ष में कितना नुकसान हुआ, तो मैंने कहा- यह जरूरी नहीं है। असली बात यह है कि हमने क्या हासिल किया और परिणाम क्या निकले।”
“क्रिकेट मैच में कितने विकेट गिरे, इससे फर्क नहीं पड़ता”
CDS Chauhan ने उदाहरण देते हुए कहा, “अगर आप टेस्ट मैच में एक पारी से हार जाते हैं, तो कितनी गेंदें बची थीं, कितने विकेट गिरे थे—इसका कोई मतलब नहीं रह जाता। वैसी ही स्थिति युद्ध के मामले में भी होती है।”
उन्होंने आगे कहा कि तकनीकी स्तर पर हम आंकड़े इकट्ठा कर रहे हैं, जिसमें यह बताया जाएगा कि कितने दुश्मन विमान और रडार नष्ट किए गए। इसका एक संक्षिप्त विश्लेषण जल्द सार्वजनिक किया जाएगा।
“Operation Sindoor अभी खत्म नहीं हुआ, बस विराम है”
CDS चौहान ने पाकिस्तान के खिलाफ Operation Sindoor को लेकर कहा कि यह ऑपरेशन पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। “यह शत्रुता का केवल अस्थायी विराम है, हमें अभी भी सतर्क रहना होगा।”
उन्होंने आगे बताया कि भारत लंबे संघर्ष में नहीं पड़ना चाहता था क्योंकि Operation Parakram के समय देश को करीब नौ महीनों तक सीमा पर भारी खर्च और व्यवधान का सामना करना पड़ा था। इस बार, बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद जो तैनाती हुई थी, उसे अंतिम रूप देने से पहले ही ऑपरेशन रोक दिया गया।
पाकिस्तान को 8 घंटे में आया होश
जनरल चौहान ने पाकिस्तान की रणनीति पर करारा प्रहार करते हुए कहा, “10 मई को दोपहर 1 बजे पाकिस्तान की मंशा थी कि वह 48 घंटों में भारत को झुका देगा। लेकिन हमने केवल 8 घंटे में स्थिति को पलट दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने खुद बातचीत की पहल की।”
उन्होंने बताया कि भारत ने संघर्ष को बढ़ाने से बचते हुए केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया, जबकि पाकिस्तान ने कई हमले किए। लेकिन जल्द ही उन्हें समझ में आ गया कि वे ज्यादा नुकसान उठा रहे हैं, और तब जाकर उन्होंने टेलीफोन उठाया।