दिल्ली में CM Rekha Gupta का बड़ा फैसला: अब 50 करोड़ तक की यमुना सफाई योजनाओं को मिलेगी बिना कैबिनेट मंजूरी

पानी संकट और यमुना प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार का ऐतिहासिक निर्णय, जल बोर्ड को मिली स्वायत्तता

Delhi Water Clean Yamuna Projects Approved
Delhi Water Clean Yamuna Projects Approved (Source: BBN24/Google/Social Media)
मुख्य बातें (Highlights)
  • दिल्ली सरकार ने जल बोर्ड को 50 करोड़ तक की योजनाएं खुद मंजूर करने का अधिकार दिया
  • यमुना सफाई के पहले चरण में गंदे पानी के स्रोतों को बंद किया जाएगा
  • नई सरकार की सक्रियता से दिल्ली को मिलेगा साफ पानी और स्वच्छ यमुना

दिल्ली की मुख्यमंत्री Rekha Gupta ने राजधानी में जल संकट और यमुना नदी की सफाई को लेकर एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है। अब Delhi Jal Board को 50 करोड़ रुपये तक की परियोजनाओं के लिए कैबिनेट से अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे यमुना को साफ करने और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की योजनाओं को तेजी मिलेगी।

अब अधिकारी खुद ले सकेंगे निर्णय, योजनाएं होंगी पारदर्शी और तेज़

मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि जल बोर्ड के अध्यक्ष को 50 करोड़, सीईओ को 25 करोड़ और अन्य अधिकारियों को भी वित्तीय स्वीकृति के अधिकार दिए गए हैं। इससे कार्यों की पारदर्शिता बढ़ेगी और भ्रष्टाचार पर नियंत्रण लगेगा। उन्होंने यह भी कहा कि पिछली सरकारों की उदासीनता के कारण इन योजनाओं में वर्षों की देरी हुई, लेकिन नई सरकार की सक्रियता अब चीजों को बदल रही है।

यमुना सफाई और जल आपूर्ति के काम को मिलेगी गति

अब यमुना नदी में गिरने वाले नालों की सफाई, Sewage Treatment Plant (STP), डीसिल्टिंग, बूस्टिंग स्टेशन और पाइपलाइन जैसे काम प्राथमिकता से होंगे। दिल्ली सरकार की ओर से किए गए इस फैसले को जनहित में बड़ा कदम माना जा रहा है।

यमुना सफाई का पहला चरण जल्द होगा शुरू

जल बोर्ड की योजना है कि पहले चरण में यमुना में गिरने वाले गंदे पानी के स्रोतों को बंद किया जाए। इसके बाद ही नदी की वास्तविक सफाई का कार्य शुरू होगा। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इसे दिल्ली की जनता के हित में लिया गया एक साहसी फैसला बताया, जो न सिर्फ नदी को स्वच्छ बनाएगा बल्कि पेयजल संकट को भी दूर करेगा।

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