देश के अलग-अलग हिस्सों में समय से पहले दस्तक दे चुका Southwest Monsoon अब अपना प्रभाव तेजी से बढ़ा रहा है। जहां Arabian Sea के चलते महाराष्ट्र और गोवा में भारी बारिश से हालात बिगड़े हैं, वहीं अब बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) ने भी मौसम का रुख बदल दिया है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार बंगाल की खाड़ी में नया Low Pressure Area बन रहा है जो अगले 36 घंटों में असर दिखाना शुरू कर देगा। इसके बाद 29 मई से देश के कई हिस्सों में तेज बारिश और आंधी तूफान की संभावना है।
पश्चिमी तट पर मूसलाधार बारिश से जनजीवन प्रभावित
केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गोवा में मानसून के सक्रिय होते ही मूसलाधार बारिश ने दस्तक दी है। इन राज्यों के कई हिस्सों में घरों और सड़कों तक बारिश का पानी भर गया है।
IMD के अनुसार, 27 मई से 2 जून तक केरल, तटीय कर्नाटक और दक्षिण कर्नाटक के कई हिस्सों में तेज से बहुत तेज बारिश, बिजली गिरने और 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है।
बंगाल की खाड़ी में नया लो प्रेशर सिस्टम, 48 घंटे में होगा असर तेज
ओडिशा तट के पास बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बना है। मौसम विभाग का कहना है कि यह सिस्टम धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ेगा और इसके असर से अगले कुछ दिनों में असम, मेघालय, सिक्किम, पश्चिम बंगाल और आसपास के क्षेत्रों में मानसून सक्रिय हो जाएगा।
उत्तर-पश्चिम भारत में 29 मई से नया पश्चिमी विक्षोभ
उत्तर-पश्चिम भारत में एक नया Western Disturbance 29 मई से सक्रिय होगा। इसके चलते दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में तेज हवा के साथ बारिश की संभावना है।
बिहार और झारखंड को करना होगा इंतजार
जहां देश के दक्षिण और पूर्वोत्तर हिस्सों में मानसून अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है, वहीं Bihar और Jharkhand जैसे राज्यों को अभी इंतजार करना होगा। बंगाल की खाड़ी में बना लो प्रेशर सिस्टम तटीय इलाकों तक ही सीमित रहेगा, जिससे बिहार-झारखंड में मानसून की अगली लहर यानी नई pulse के बाद ही असर देखा जा सकेगा।
इस दौरान Odisha, दक्षिण Chhattisgarh और उत्तर तटीय Andhra Pradesh में प्री-मानसून गतिविधियां तेज होने की संभावना है।
निष्कर्ष
देश भर में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है, जिससे अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश और तेज हवाओं का दौर जारी रहेगा। बंगाल की खाड़ी में बन रहे सिस्टम के चलते पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में भी हालात बदल सकते हैं। IMD ने पहले से ज्यादा बारिश का अनुमान जताया है, ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।