झारखंड के सिमडेगा जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके को हिला दिया है। यहां एक युवक की दो पत्नियों के बीच लंबे समय से चल रहा पारिवारिक विवाद अचानक इतना भयानक मोड़ ले गया कि एक पंचायत ने कथित तौर पर महिला की गर्दन काटने का ‘फरमान’ सुना दिया। इस घटना ने ग्रामीण समाज में पंचायतों की भूमिका पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
ओडिशा की मिरा तिर्की बनी थी दूसरी पत्नी, पंचायत में हुआ था फैसला
घटना सिमडेगा के बांसजोर थाना क्षेत्र की है। यहां रहने वाला एक व्यक्ति बागे नामक युवक है, जिसकी पहली शादी पहले ही हो चुकी थी। कुछ समय बाद बागे ने ओडिशा की रहने वाली Mira Tirkey से दूसरी शादी की। मिरा तिर्की ने बागे की दूसरी पत्नी के रूप में उसके साथ रहना शुरू किया।
हालांकि, दोनों पत्नियों के बीच अक्सर घरेलू विवाद होते रहते थे। मंगलवार को पहाड़टोली गांव में इस विवाद को सुलझाने के लिए पंचायत बुलाई गई थी। ग्रामीणों के अनुसार, पंचायत में फैसला सुनाए जाने के बाद ही यह दर्दनाक घटना हुई।
गर्दन कटी हालत में जंगल में मिली मिरा, अस्पताल में भर्ती
बुधवार की सुबह ग्रामीणों ने सड़क किनारे खून से लथपथ एक महिला को गंभीर हालत में देखा, जिसकी गर्दन कटी हुई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया और मामले की जांच शुरू कर दी।
स्थानीय जिला परिषद सदस्य सेमराम पॉल ने पुष्टि करते हुए बताया कि घायल महिला Mira Tirkey ही है, जो बागे की दूसरी पत्नी थी। घटना के पीछे पंचायत की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
पुलिस जांच में जुटी, पंचायत की भूमिका संदेह के घेरे में
सिमडेगा पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट हो रहा है कि पंचायत के बाद ही महिला पर हमला हुआ। अब इस बात की भी जांच की जा रही है कि क्या पंचायत ने वास्तव में हत्या का आदेश दिया था या यह आपसी रंजिश का नतीजा था।
ग्रामीणों में दहशत का माहौल, कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना के बाद पहाड़टोली समेत आसपास के गांवों में दहशत का माहौल है। लोग पंचायत व्यवस्था और उसके प्रभाव को लेकर चर्चा कर रहे हैं। एक तरफ जहां लोग ग्रामीण विवाद सुलझाने के लिए पंचायत पर निर्भर रहते हैं, वहीं इस तरह की घटनाएं उसकी क्रूरता और असंवैधानिक फैसलों को उजागर करती हैं।