22 साल की Sharmishtha Panoli की गिरफ्तारी से मचा बवाल, Dutch MP ने जताई नाराजगी

Sharmishtha Panoli की गिरफ्तारी ने भारत ही नहीं, विदेशों तक में राजनीतिक हलचल मचा दी है। Dutch संसद तक में इस मुद्दे को उठाया गया है।

Who Is Sharmishtha Panoli Arrest Controversy Dutch Mp Reaction
(Image Source: Social Media Sites)

22 साल की Sharmishtha Panoli, जो कि बड़ौदा (गुजरात) की रहने वाली हैं, इन दिनों सोशल मीडिया से लेकर अंतरराष्ट्रीय राजनीति तक का हिस्सा बन गई हैं। उनकी गिरफ्तारी ने भारत में ही नहीं, विदेशों में भी नाराजगी पैदा कर दी है। खासकर Netherlands के सांसद Wybren van Haga ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।

क्यों हुई Sharmishtha Panoli की गिरफ्तारी?

Sharmishtha Panoli पर आरोप है कि उन्होंने Parliament Street पर एक विरोध प्रदर्शन के दौरान कानून का उल्लंघन किया। रिपोर्ट्स के अनुसार, वह शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रही थीं, लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।

Dutch सांसद ने क्यों जताई नाराजगी?

Netherlands के Member of Parliament Wybren van Haga ने सोशल मीडिया पर इस गिरफ्तारी की आलोचना की और भारतीय अधिकारियों से तुरंत रिहाई की मांग की। उन्होंने Sharmishtha Panoli को “मानव अधिकार कार्यकर्ता” बताया और कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना किसी भी लोकतंत्र का हिस्सा होता है।

सोशल मीडिया पर मिल रहा समर्थन

Sharmishtha Panoli की गिरफ्तारी के बाद Twitter और Instagram पर #FreeSharmishtha ट्रेंड करने लगा। कई सोशल एक्टिविस्ट्स और युवाओं ने इस कदम को “लोकतंत्र की आवाज को दबाने वाला” बताया। वहीं, कुछ विदेशी पत्रकारों और मानवाधिकार संगठनों ने भी इस मुद्दे पर चिंता जताई है।

पहले भी रहे हैं विवादों में

Sharmishtha Panoli इससे पहले भी कई बार सामाजिक मुद्दों को लेकर मुखर रही हैं। वह युवाओं में काफी लोकप्रिय हैं और अक्सर सार्वजनिक मंचों से अपनी बात रखती हैं। यही वजह है कि उनकी गिरफ्तारी को लेकर इतने बड़े स्तर पर विरोध देखने को मिल रहा है।

क्या कह रही है पुलिस?

दिल्ली पुलिस का कहना है कि Sharmishtha Panoli और अन्य प्रदर्शनकारियों ने बिना अनुमति के प्रदर्शन किया था, जिससे कानून-व्यवस्था बिगड़ने का खतरा था। पुलिस ने सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए कार्रवाई की है।

निष्कर्ष

Sharmishtha Panoli की गिरफ्तारी ने एक बार फिर लोकतांत्रिक अधिकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर बहस छेड़ दी है। देखना यह है कि आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की क्या प्रतिक्रिया होती है।

Share This Article
Exit mobile version