भाजपा का बड़ा वार! प्रशांत किशोर पर फर्जी फेसबुक पेज बनाने का आरोप, साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासत गरमाई, प्रशांत किशोर के खिलाफ BJP ने उठाया कानूनी कदम, चुनावी जंग में बढ़ी तल्ख़ी

Bihar Elections 2025 Bjp Files Cyber Crime Complaint Against Prashant Kishor
(Source: Google/Social Media Sites)
Highlights
  • BJP ने Prashant Kishor पर फर्जी फेसबुक पेज बनाने का आरोप लगाया
  • साइबर क्राइम थाना में आधिकारिक शिकायत दर्ज
  • Dilip Jaiswal बोले – “फर्जीवाड़ा बर्दाश्त नहीं होगा”

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नज़दीक आते ही राज्य की राजनीति में उबाल आ गया है। इस बार चुनावी रणभूमि में आरोप-प्रत्यारोपों का दौर तेज़ हो गया है। इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने चर्चित राजनीतिक रणनीतिकार Prashant Kishor के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए साइबर क्राइम थाना में शिकायत दर्ज कराई है।

भाजपा का आरोप है कि प्रशांत किशोर और उनकी टीम ने पार्टी के नाम पर एक फर्जी Facebook पेज तैयार किया है, जिसका इस्तेमाल वे अपने प्रचार के लिए कर रहे हैं। BJP का दावा है कि यह कार्य न केवल साइबर कानूनों का उल्लंघन है, बल्कि राजनीतिक नैतिकता के भी खिलाफ है।

भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल का बयान – “सख्त कार्रवाई करेंगे”

राज्य बीजेपी अध्यक्ष Dilip Jaiswal ने बताया कि पार्टी ने प्रशांत किशोर के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कर दी है। उन्होंने कहा,

“यदि फर्जी फेसबुक पेज को तुरंत बंद नहीं किया गया, तो BJP कानूनी कार्रवाई करेगी। अब तक करीब दर्जन भर पेज सामने आए हैं, जो भाजपा की छवि को नुकसान पहुंचाने और भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं।”

उन्होंने इस घटना को चुनावी प्रक्रिया की शुद्धता के लिए बड़ा खतरा बताया और कहा कि ऐसी हरकतें लोकतंत्र के खिलाफ हैं।

प्रशांत किशोर की ओर से अभी तक नहीं आया कोई बयान

इस मामले को लेकर Prashant Kishor या उनकी टीम की तरफ से अभी तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन राजनीतिक गलियारों में इस घटनाक्रम को भाजपा और प्रशांत किशोर के बीच बढ़ते तनाव के रूप में देखा जा रहा है।

विशेषज्ञों का मानना है कि चुनावी रणनीति के रूप में भाजपा इस आरोप के ज़रिए एक मजबूत संदेश देना चाहती है, जबकि प्रशांत किशोर की खामोशी एक सोच-समझी रणनीति हो सकती है।

चुनावी घमासान और सोशल मीडिया की भूमिका

बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सोशल मीडिया युद्ध का बड़ा मैदान बनता जा रहा है। जहां एक ओर पार्टियां डिजिटल कैंपेन पर ज़ोर दे रही हैं, वहीं फेक अकाउंट्स और पेज भी सियासी लड़ाई का हथियार बनते दिख रहे हैं।

यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या प्रशांत किशोर पर लगाए गए आरोपों की पुष्टि होती है या यह केवल चुनावी रणनीति का हिस्सा है। पर इतना तय है कि बिहार चुनाव 2025 का मुकाबला बेहद तीखा और तकनीकी रूप से हाई-वोल्टेज होने जा रहा है।

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