पटना: बिहार की सियासत में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। लोक जनशक्ति पार्टी (Ram Vilas) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई से सांसद Chirag Paswan अब लोकसभा के साथ-साथ बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में भी उतरने को तैयार हैं। पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक में यह फैसला लिया गया है कि चिराग इस बार सुरक्षित सीट (Reserved Seat) नहीं, बल्कि सामान्य सीट (General Seat) से चुनाव लड़ेंगे।
“Bihar First, Bihari First” के विजन के लिए विधानसभा में पहुंचेंगे Chirag
एलजेपी के सांसद और चिराग पासवान के बहनोई Arun Bharti ने इस निर्णय की जानकारी साझा करते हुए कहा कि चिराग हमेशा से कहते आए हैं कि उनकी राजनीति की धुरी बिहार है। उनका विजन “Bihar First, Bihari First” है, जिसे जमीन पर उतारने के लिए अब वह खुद बिहार विधानसभा में प्रतिनिधित्व करेंगे।
अरुण भारती ने कहा,
“हमने राज्य कार्यकारिणी की बैठक में चिराग जी को औपचारिक प्रस्ताव दिया था कि उन्हें बिहार में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। पार्टी की भावना है कि वह अब सिर्फ एक समुदाय नहीं, पूरे बिहार की उम्मीद हैं।”
हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @iChiragPaswan जी हमेशा कहते हैं कि उनकी राजनीति बिहार केंद्रित है और उनका विजन “बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट” एक विकसित और आत्मनिर्भर बिहार का संकल्प है। यह तभी संभव है जब वे खुद बिहार में रहकर नेतृत्व करें।
— Arun Bharti (@ArunBhartiLJP) June 1, 2025
जब मैं प्रदेश प्रभारी के रूप में गांव-गांव…
पहली बार लड़ेंगे विधानसभा चुनाव, अब तक तीन बार जीत चुके हैं लोकसभा चुनाव
अब तक Chirag Paswan ने केवल लोकसभा चुनावों में ही हिस्सा लिया है और तीन बार सांसद चुने जा चुके हैं। दो बार उन्होंने Jamui लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और 2024 के चुनाव में पहली बार अपने पिता Ram Vilas Paswan की परंपरागत सीट Hajipur से जीत हासिल कर केंद्र में मंत्री बने।
क्यों नहीं लेंगे आरक्षित सीट से हिस्सा?
एलजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं का मानना है कि चिराग अब केवल दलित समुदाय के नेता नहीं रह गए हैं, बल्कि वह पूरे बिहार की आवाज हैं। ऐसे में उनके लिए सामान्य सीट से चुनाव लड़ना ज्यादा उपयुक्त होगा। सोशल मीडिया पर @ArunBhartiLJP ने लिखा:
“जब नेता पूरे बिहार का है, तो सीट का दायरा क्यों सीमित हो? चिराग पासवान अब सिर्फ़ एक समुदाय की नहीं, पूरे बिहार की उम्मीद हैं।”
सर्वे के बाद तय होगी सीट, जनता की राय अहम
अरुण भारती ने बताया कि पार्टी इस फैसले से पहले एक व्यापक सर्वे भी करा रही है। यदि सर्वे में अनुकूल परिणाम आते हैं, तो चिराग पासवान खुद बिहार में आकर चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। यह पहली बार होगा जब चिराग विधानसभा में अपनी भूमिका निभाएंगे।