अब ‘स्कूल बैग’ से बदलेंगे बिहार के हालात? Election Commission ने Prashant Kishor की पार्टी को दिया चुनाव चिन्ह!

Prashant Kishor की Jan Suraaj Party को मिला चुनाव चिन्ह "School Bag", 243 सीटों पर लड़ेगी विधानसभा चुनाव

Prashant Kishor Jan Suraaj Party Election Symbol School Bag Bihar Election 2025
Prashant Kishor Jan Suraaj Party Election Symbol School Bag Bihar Election 2025 (Source: BBN24/Google/Social Media)

बिहार की राजनीति में नई हलचल मचाते हुए Prashant Kishor की Jan Suraaj Party को चुनाव आयोग (Election Commission) ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए “स्कूल बैग (School Bag)” को चुनाव चिन्ह के रूप में अलॉट कर दिया है। पार्टी ने आयोग से विशेष तौर पर यही सिंबल मांगा था, जिसे अब मंजूरी मिल गई है।

243 सीटों पर उतरेगी Jan Suraaj

Jan Suraaj Party ने साफ कर दिया है कि वह बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। यह वही पार्टी है जिसने पहले ही उपचुनाव में “स्कूल बैग” चिन्ह के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई थी।

राजनीति में युवाओं और शिक्षा को मिलेगी प्राथमिकता

Prashant Kishor ने 2 अक्टूबर 2024 को Gandhi Jayanti के दिन Jan Suraaj की औपचारिक घोषणा की थी। उन्होंने शिक्षा, रोजगार और युवाओं के मुद्दों को अपनी पार्टी का प्राथमिक एजेंडा बताया। इसी सोच को प्रतीकात्मक रूप देते हुए उन्होंने School Bag चुनाव चिन्ह की मांग की थी।

पार्टी में बड़े नामों की एंट्री

पूर्व केंद्रीय मंत्री R.C.P. Singh ने हाल ही में अपनी पार्टी को Jan Suraaj में विलय कर दिया है। इसके साथ ही पूर्व सांसद Pappu Singh को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

Manish Kashyap के पार्टी में आने की अटकलें तेज

लोकप्रिय यूट्यूबर Manish Kashyap के Jan Suraaj Party में शामिल होने की चर्चा भी जोरों पर है। कहा जा रहा है कि महीने के अंत तक वे पार्टी में औपचारिक रूप से शामिल हो सकते हैं। इससे पार्टी को युवाओं में और अधिक समर्थन मिलने की उम्मीद है।

राजनीतिक समीकरण बदलने की तैयारी में है Jan Suraaj

Bihar की सियासी फिजा में Jan Suraaj की एंट्री को गंभीर चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री रह चुकी Renu Kushwaha के RJD में जाने के बाद अब विपक्षी खेमा और मजबूत हुआ है, लेकिन Prashant Kishor अपनी रणनीतिक पकड़ और युवाओं के मुद्दों के साथ एक नई सियासी धारा गढ़ने की कोशिश में जुटे हैं।

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