पिछले महीने एक इंटरव्यू के दौरान Tej Pratap Yadav ने यह स्पष्ट किया था कि उनका पूरा ध्यान फिलहाल Hasanpur विधानसभा सीट पर है। उन्होंने कहा था कि आने वाले दिनों में वे अपने क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान और दौरे तेज करेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा था कि Mahua से चुनाव लड़ने की कोई योजना नहीं है।
इस बयान के बाद राजनीतिक विश्लेषकों और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच यह धारणा बनने लगी थी कि तेज प्रताप ने महुआ सीट को अब भुला दिया है और वे पूरी तरह से हसनपुर से ही आगामी विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारी में हैं।
लेकिन अब तेज प्रताप यादव के ताजा कदमों ने एक बार फिर से राजनीतिक गलियारों में सरगर्मी पैदा कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने हाल ही में महुआ विधानसभा क्षेत्र के कुछ स्थानीय नेताओं और समर्थकों से मुलाकात की है। साथ ही क्षेत्र के कुछ विकास कार्यों पर भी उन्होंने अपनी रुचि दिखाई है।
इन गतिविधियों के चलते सवाल उठने लगे हैं — क्या तेज प्रताप एक बार फिर महुआ से चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं? या फिर यह सिर्फ सियासी भ्रम फैलाने की रणनीति है?
राजद के अंदरूनी सूत्र भी इस बात की पुष्टि कर रहे हैं कि पार्टी नेतृत्व के स्तर पर भी तेज प्रताप की महुआ में सक्रियता पर नजर रखी जा रही है। अगर आने वाले दिनों में उनका दौरा महुआ में तेज होता है तो यह साफ संकेत होगा कि वे एक बार फिर पुराने गढ़ को वापस पाना चाहते हैं।
हालांकि तेज प्रताप यादव की ओर से इस पर अब तक कोई औपचारिक बयान नहीं आया है, लेकिन उनके बदले रुख ने बिहार की राजनीति को एक बार फिर दिलचस्प मोड़ दे दिया है।