PMCH में दलित बच्ची की मौत ने बिहार की राजनीति को गर्मा दिया है। पूर्व उपमुख्यमंत्री Tejashwi Yadav ने इस मुद्दे पर नीतीश सरकार को घेरते हुए बड़ा आरोप लगाया है कि सरकार Dr. IS Thakur (Superintendent, PMCH) को बचाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि कार्रवाई सिर्फ दिखावे के लिए की जा रही है, असली दोषियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
5000 करोड़ की लागत से बन रहे अस्पताल से जुड़ा मामला
तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि डॉ. ठाकुर का रिटायरमेंट 31 जनवरी 2024 को था, लेकिन सरकार गिरने से तीन दिन पहले, यानी 28 जनवरी को उनकी सरकार चली गई। नई सरकार के गठन के बाद 1 फरवरी को मुख्यमंत्री Nitish Kumar ने डॉ. ठाकुर को एक्सटेंशन दे दिया। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि यह सब ₹5000 करोड़ के अस्पताल निर्माण को लेकर किया गया, ताकि उसी अधीक्षक के अंतर्गत काम चलता रहे। उन्होंने कहा, “जब तक अस्पताल का काम चलेगा, Dr. IS Thakur को कुछ नहीं होगा।”
स्वास्थ्य मंत्री Mangal Pandey पर भी साधा निशाना
तेजस्वी ने कहा कि Mangal Pandey ने स्वास्थ्य विभाग का “अमंगल” कर दिया है। उन्होंने बताया कि जिस डिप्टी सुपरिटेंडेंट को सस्पेंड किया गया है, उसे उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री रहते पद से हटा दिया था, लेकिन सरकार बदलते ही उसे फिर से बहाल कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सारी कार्रवाई दिखावटी है और कुछ दिनों बाद अधिकारी फिर से लौट आएंगे।
नई बहालियों में रुकावट, स्कीम्स ठप
तेजस्वी ने कहा कि जब वे स्वास्थ्य मंत्री थे तब उन्होंने ‘Mission Buniyad’ और ‘Mission 60’ जैसे कई सुधारात्मक कदम उठाए थे। उन्होंने कहा, “हमने ज़िला स्तर पर इलाज की व्यवस्था की थी कि ज़्यादा गंभीर केस को ही पटना रेफर किया जाए। हमने विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की और 275 से ज्यादा दवाएं मुफ्त बांटी।” उन्होंने आरोप लगाया कि नई सरकार ने इन योजनाओं को रोक दिया और बहालियों पर भी रोक लगा दी गई।
“DK गैंग” के इशारे पर हो रहे ट्रांसफर
अपने संबोधन के अंत में तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार सरकार अब भी रिटायर्ड अधिकारियों के इशारे पर चल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि Dr. IS Thakur को भी एक खास “DK गैंग” के कहने पर ही बचाया जा रहा है। तेजस्वी ने सीधा सवाल उठाया— “किसके दबाव में आईएस ठाकुर को एक्सटेंशन मिला? क्यों उन्हें हटाने की जगह बचाया जा रहा है?”