Vladimir Vitkov नाम के एक बेलारूसी यात्री ने Moscow Sheremetyevo Airport पर 18 महीने के ईरानी बच्चे को सिर के बल ज़मीन पर पटक दिया। बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया है और कोमा में है। यह घटना पूरी दुनिया को झकझोर कर रख चुकी है।
कैमरे के सामने 18 महीने के मासूम को पटका
यह दर्दनाक हादसा Moscow Airport के आगमन हॉल में हुआ। आरोपी Vladimir Vitkov 31 वर्षीय युवक है, जो एक गर्भवती महिला और उसके छोटे बच्चे के पास घूमते हुए दिखाई देता है। वीडियो फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि वह चारों ओर नज़र दौड़ाता है और फिर अचानक बच्चे को गोद से उठाकर सिर के बल ज़मीन पर पटक देता है।
मां उस वक्त पास खड़ी थी और बच्चे का स्ट्रोलर ले रही थी। लोगों ने तुरंत बच्चे को उठाया और अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे की खोपड़ी और रीढ़ की हड्डी को गंभीर चोटें पहुंची हैं।
🚨🇮🇷🇧🇾🇮🇱 BREAKING: A Belarusian (Zionist) traveller at the Moscow airport met an Iranian child, whose family left due to the Israeli war, and BRUTALLY assaulted him!
— The Saviour (@stairwayto3dom) June 25, 2025
The child is in a COMA and has LIFE-THREATENING injuries… pic.twitter.com/zufhnoaqb9
जंग से बचकर आए थे, मिली क्रूरता
बताया जा रहा है कि ईरानी महिला और उसका बच्चा ईरान-इजराइल युद्ध से जान बचाकर Afghanistan के रास्ते Russia पहुंचे थे। पर उन्हें शांति नहीं मिली, बल्कि मॉस्को पहुंचते ही उन्हें इस क्रूरता का सामना करना पड़ा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी Vitkov साइप्रस या मिस्र से फ्लाइट लेकर मॉस्को आया था और उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।
ड्रग्स के नशे में था आरोपी
जांचकर्ताओं को Vitkov के शरीर में गांजे और अन्य नशीले पदार्थों के संकेत मिले हैं। Moscow Region Child Ombudswoman Ksenia Mishonova ने घटना को “ड्रग्स के नशे में दरिंदे की हरकत” बताया और कहा –
“ये दृश्य असहनीय है। उम्मीद है इस हैवान को सख्त से सख्त सजा मिले और ईश्वर बच्चे को सुरक्षित रखे।”
हत्या के प्रयास का केस दर्ज
रूसी जांच समिति ने Vladimir Vitkov के खिलाफ attempt to murder का केस दर्ज किया है। चश्मदीदों का कहना है कि वह नशे में धुत था और लोगों ने उसे काबू में लिया। यह भी सामने आया है कि उसकी अपनी एक बेटी है जिसकी उम्र उसी घायल बच्चे जितनी है।
उसके साथ सफर कर रही महिला इस घटना से मानसिक रूप से टूट गई है और फिलहाल ‘सदमे’ में है।
दुनिया भर में आक्रोश, उठे सवाल
इस घटना ने न केवल मानवता को शर्मसार किया है, बल्कि airport security, refugee safety और public mental health जैसे विषयों पर गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए हैं।
दुनिया भर से लोग सोशल मीडिया पर #JusticeForIranianBaby हैशटैग के साथ नाराज़गी जता रहे हैं और रूसी प्रशासन से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
अब सवाल यह है:
क्या इसे एक नशेड़ी की निजी क्रूरता मान लिया जाएगा या इससे मानवीय सुरक्षा और वैश्विक संवेदनशीलता पर चर्चा शुरू होगी?