पटना: बिहार की राजधानी पटना में अपराधियों का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। कानून-व्यवस्था के दावों के बीच लगातार तीसरे दिन अपराधियों ने फायरिंग की वारदात को अंजाम देकर पूरे शहर को हिला दिया है। ताजा मामला पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के मैनपुरा इलाके का है, जहां दो युवकों को गोली मारी गई। इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर हालत में PMCH में भर्ती है।
घटना मंगलवार देर रात की है, जब मैनपुरा में अज्ञात बदमाशों ने अंधाधुंध गोलियां बरसा दीं। गोली चलाने के कारण और हमलावर कौन थे, यह स्पष्ट नहीं हो सका है। घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है, और पुलिस जांच में जुटी है।
एक दिन पहले बिक्रम में दो युवकों की गोली मारकर हत्या
पटना से सटे बिक्रम थाना क्षेत्र के मंझौली-सिंघाड़ा मार्ग पर सोमवार देर रात दो युवकों की हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने सोनू कुमार और रौशन नाम के युवकों के सिर के पास छह-छह गोलियां दागीं, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, दोनों युवक चौकीदार धर्मेंद्र पासवान हत्याकांड में आरोपी रह चुके थे और जेल भी गए थे।
आलमगंज में मां-बेटी की हत्या, CCTV में दिखे हथियारबंद अपराधी
इससे पहले सोमवार सुबह आलमगंज थाना क्षेत्र के अरफाबाद नहर के पास अपराधियों ने एक घर में घुसकर मां-बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना में घायल महिला का इलाज चल रहा है। पुलिस ने इलाके में छापेमारी शुरू कर दी है और घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया है, जिसमें हमलावर हथियारों के साथ देखे जा सकते हैं।
पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल
लगातार हो रही हत्याओं और गोलीबारी की घटनाओं से पटना पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में आ गई है। बेखौफ अपराधियों के खुलेआम गोली चलाने की घटनाओं से आम जनता में दहशत है। ‘सुशासन’ की बात करने वाली सरकार पर भी अब सवाल खड़े हो रहे हैं कि राजधानी में भी लोग सुरक्षित नहीं हैं।