पटना जिलाधिकारी डॉ. थियागराजन एस.एम. ने शनिवार को शहर के तीन प्रमुख नाला विकास परियोजनाओं — Serpentine Nala, Rajiv Nagar Nala, और Anandpuri Nala — का स्थलीय निरीक्षण किया। ये परियोजनाएं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की “प्रगति यात्रा” के दौरान घोषित की गई थीं और इनकी कुल लागत 10,871 करोड़ रुपये से अधिक है। DM ने अधिकारियों को मानसून से पहले कार्यों में तेज़ी लाने का निर्देश दिया।
₹10,800 करोड़ की परियोजनाएं: राजधानी को मिलेगा जलजमाव से राहत
DM के साथ इस निरीक्षण में उप विकास आयुक्त समीर सौरभ, पथ निर्माण विभाग, नगर विकास और आवास विभाग, और BUIDCO के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे। डॉ. थियागराजन ने सभी विभागों को टाइमलाइन निर्धारित कर कार्यों को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार पटना के लिए कुल 32 विकास परियोजनाओं को स्वीकृति मिली थी, जिनमें तीन प्रमुख ड्रेनेज और सड़क निर्माण परियोजनाएं हैं:
राजीव नगर नाला प्रोजेक्ट – ₹181 करोड़
लंबाई: 4.26 किमी (DPS राजीव नगर से कर्ज़ी, शकुंतला मार्केट और अटल पथ होते हुए)
क्रियान्वयन एजेंसी: BUIDCO
लाभार्थी: राजीव नगर, महेश नगर, इंद्रपुरी, पटेल नगर
लाभ: जलजमाव से राहत, ट्रैफिक जाम में कमी
आनंदपुरी नाला प्रोजेक्ट – ₹91 करोड़
लंबाई: 4.05 किमी (बाबा चौक से राजापुर ब्रिज, AN कॉलेज के माध्यम से)
क्रियान्वयन एजेंसी: BUIDCO
लाभार्थी: शिवपुरी, श्रीकृष्णापुरी, आनंदपुरी, राजापुर, नेहरू नगर
लाभ: 4 लाख से अधिक लोगों को लाभ, जल निकासी में सुधार
सेरपेंटाइन नाला प्रोजेक्ट – ₹197 करोड़
लंबाई: पटेल गोलंबर से अटल पथ तक
विशेषता: चार लेन सड़क + भूमिगत नाला
क्रियान्वयन एजेंसी: बिहार राज्य पथ विकास निगम
लाभ: सचिवालय, हवाई अड्डा, एको पार्क तक आसान पहुंच, क्षेत्र का सौंदर्यीकरण
अन्य कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट – ₹52.28 करोड़
प्रोजेक्ट: मंदिरी नाला कॉरिडोर को जेपी गंगा पथ से जोड़ने वाली सड़क
लाभ: नेहरू पथ से गंगा फ्रंट तक आसान कनेक्टिविटी, PMCH और AIIMS तक बेहतर पहुंच
DM की सख्ती: बारिश से पहले हो सफाई और अतिक्रमण हटाओ अभियान
डॉ. थियागराजन ने निर्देश दिया कि मानसून के पहले सभी नालों की नियमित सफाई हो और किसी भी प्रकार का अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए। उप विकास आयुक्त को निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है और खुद DM क्षेत्रीय निरीक्षण कर रहे हैं।
DM का बयान:
“ये इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पटना के दीर्घकालिक विकास की रीढ़ हैं। हम तय समय पर कार्य पूर्ण कराएंगे और इसकी निगरानी लगातार होती रहेगी।”