पुणे: महाराष्ट्र के पुणे जिले के मावल तालुका के कुंडमाला गांव में रविवार को एक बड़ा हादसा हो गया। इंद्रायणी नदी पर बना एक पुराना और जर्जर लोहे का पुल तेज बहाव के चलते अचानक ढह गया। हादसे के वक्त दर्जनों लोग नदी के बढ़ते जलस्तर को देखने पहुंचे थे। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, लगभग 30 पर्यटक तेज बहाव में बह गए, जिनमें से 6 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, और कई अन्य को रेस्क्यू टीमों ने सुरक्षित निकाला है।
भीड़ और बारिश बनी हादसे की वजह, पुल पर चढ़े थे दोपहिया वाहन
यह पुल पिछले तीन महीने से बंद था, लेकिन रविवार को मौसम के सुहावने होने के कारण बड़ी संख्या में लोग इस पुल पर जमा हो गए। कई लोग तो अपने दोपहिया वाहन लेकर पुल पर चढ़ गए, जिससे पुल पर भार बढ़ गया। लगातार बारिश की वजह से इंद्रायणी नदी का जलस्तर पहले से ही खतरनाक स्तर तक पहुंच गया था। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, अत्यधिक भार और तेज जलधारा के चलते पुल अचानक टूट गया, जिससे दर्जनों लोग बह गए।
मुख्यमंत्री Devendra Fadnavis का बयान – “रेस्क्यू ऑपरेशन जारी”
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री Devendra Fadnavis ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा, “मावल में पुल ढहने की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने डिविजनल कमिश्नर, तहसीलदार और पुलिस कमिश्नर से बात की है। कुछ लोग घायल हैं और अस्पताल भेजे गए हैं, जबकि कुछ अभी भी फंसे हुए हैं। NDRF की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। फिलहाल राहत और बचाव कार्य जारी है।”
ऑरेंज अलर्ट और पर्यटकों की लापरवाही ने बढ़ाया खतरा
मौसम विभाग ने पहले ही पुणे और आसपास के इलाकों में ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा था। मावल क्षेत्र के लोकप्रिय पर्यटन स्थल जैसे Lonavala और Bhushi Dam पहले ही बंद कर दिए गए थे, जिससे पर्यटक अन्य स्थलों की ओर रुख कर रहे थे। बताया जा रहा है कि इस पुल के पास उस समय 100 से अधिक लोग जमा थे। भीड़, बारिश और पुल की जर्जर हालत ने इस हादसे को जन्म दिया।