बिहार के 15 शहरों में बिजली कटौती से मिलेगी राहत, पावरफुल बैटरी इन्वर्टर से 4 घंटे तक मिलेगी सप्लाई

अब बिहार में पावर कट के समय भी नहीं होगी अंधेरे की टेंशन, 500 मेगावाट घंटे की ऊर्जा भंडारण परियोजना को केंद्र से मंजूरी

Bihar Battery Inverter Power Backup 2025
(Source: Google/Social Media Sites)
Highlights
  • बिहार के 15 शहरों में पावरफुल बैटरी से 4 घंटे तक बिजली सप्लाई संभव
  • केंद्र ने दी ₹135 करोड़ की सहायता राशि, 500 मेगावाट घंटे की योजना को मंजूरी
  • ऊर्जा मंत्री ने बताया इसे बिहार के लिए गेम-चेंजर योजना

बिहार में बिजली संकट की समस्या को कम करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया गया है। केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य के 15 शहरों के बिजली घरों में पावरफुल बैटरी इन्वर्टर सिस्टम लगाए जाएंगे, जो पावर कट की स्थिति में 4 घंटे तक लगातार बिजली आपूर्ति बनाए रखेंगे। इन बैटरियों की कुल क्षमता 125 मेगावाट होगी, जो चार घंटे में कुल 500 मेगावाट आवर बिजली स्टोर और सप्लाई कर सकेंगी।

केंद्र से मिली 135 करोड़ की बीजीएफ राशि, परियोजना को मिली मंजूरी

Ministry of New and Renewable Energy (भारत सरकार) ने इस अत्याधुनिक ऊर्जा भंडारण प्रणाली के लिए बिहार को 135 करोड़ रुपये की Viability Gap Funding (VGF) दी है। यह राशि प्रति मेगावाट घंटे 27 लाख रुपये या कुल लागत का 30% (जो भी कम हो) के हिसाब से दी गई है।

बिहार के 15 शहरों में लगेंगे ये सिस्टम, सूची जारी

इस योजना के तहत Bihar State Power Generation Company Limited की ओर से 15 शहरों में बैटरी सिस्टम लगाए जाएंगे। चयनित शहरों में शामिल हैं:
Muzaffarpur, Motihari, Bettiah, Bhagalpur (New), Sitamarhi, Fatuha, Mushahari, Udakishunganj, Jamui (New), Asthawan (Nalanda), Jehanabad, RafiGanj, Sheohar, Siwan (New), Kishanganj, और Banka (New)

फिलहाल 6 ग्रिड स्टेशनों के लिए निविदाएं पूर्ण हो चुकी हैं, बाकी के लिए प्रक्रिया जारी है। देश की अग्रणी कंपनियों को इसमें भाग लेने का आमंत्रण दिया गया है।

ऊर्जा मंत्री ने बताया ‘ऐतिहासिक पहल’

Bijendra Prasad Yadav, बिहार के ऊर्जा मंत्री ने इस योजना को राज्य की ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री Nitish Kumar के नेतृत्व में राज्य नवाचार और सतत विकास की दिशा में निरंतर कार्य कर रहा है। इस प्रणाली से न केवल 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी, बल्कि Peak Hour में भी मांग-आपूर्ति में संतुलन बना रहेगा।

गर्मी में बिजली की डिमांड रिकॉर्ड पर

इन दिनों बिहार में बिजली की खपत रिकॉर्ड स्तर पर है। 8303 मेगावाट तक बिजली की मांग पहुँच चुकी है। तेज गर्मी के कारण प्रतिदिन 40 से ज्यादा ट्रांसफॉर्मर जल रहे हैं, जिससे लोगों को बार-बार बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में यह बैटरी स्टोरेज सिस्टम राज्य में बिजली व्यवस्था को लचीला, सुदृढ़ और विश्वसनीय बनाएगा।

जल्द शुरू होगा फ्लोटिंग सोलर पावर प्रोजेक्ट भी

बिहार जल्द ही अपना सबसे बड़ा Floating Solar Power Plant भी शुरू करने जा रहा है, जो अगले दो महीनों में चालू हो जाएगा। इससे साफ और नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग और बढ़ेगा।

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