पटना: बिहार शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार का एक और मामला सामने आया है। बगहा के देवी मंगल सिंह प्लस टू हाई स्कूल में कार्यरत शिक्षक कुंदन तिवारी की सैलरी को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि सैलरी भुगतान के लिए विभाग में कार्यरत क्लर्क रविश पाठक ने 10% कमीशन की मांग की। शिकायत के बाद विभाग ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए आरोपी क्लर्क को निलंबित कर दिया है।
शिक्षक कुंदन तिवारी की शिकायत से हुआ खुलासा
शिक्षक कुंदन तिवारी ने बताया कि उनकी सैलरी का बिल विभाग द्वारा पहले ही स्वीकृत कर दिया गया था, फिर भी बीते 13 महीनों से भुगतान नहीं किया गया। जब उन्होंने इस बाबत संबंधित कार्यालय से जानकारी ली, तो उन्हें स्पष्ट रूप से कमीशन की मांग की गई। इस पर उन्होंने विभाग के कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से शिकायत दर्ज कराई।
रविश पाठक को किया गया निलंबित, विभागीय जांच के आदेश
शिकायत के आधार पर क्षेत्रीय उप निदेशक (शिक्षा) तिरहुत प्रमंडल ने मामले की जांच करवाई। जांच में पाया गया कि क्लर्क रविश पाठक की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। इसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की। फिलहाल रविश पाठक को निलंबित कर मोतिहारी जिला शिक्षा कार्यालय में अटैच कर दिया गया है। नियमों के तहत उन्हें निलंबन अवधि में निर्वाह भत्ता मिलेगा।
रिटायर शिक्षक के लाभ में देरी पर भी जांच शुरू
इसी तरह का एक और मामला डीएम एकेडमी, बगहा के पूर्व सहायक शिक्षक राजेन्द्र मिश्रा का सामने आया है, जिनके सेवानिवृत्त लाभ में देरी की शिकायत हुई है। इस पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने जांच के आदेश दिए हैं। विभाग ने स्पष्ट किया है कि जिम्मेदार अधिकारियों की पहचान कर उन पर उचित कार्रवाई की जाएगी।