Bihar के Saharsa में हेडमास्टर को विधवा संग कमरे में पकड़ा, ग्रामीणों ने की जमकर पिटाई, फिर कराई शादी

सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल Bhuvneshwar Paswan को ग्रामीणों ने विधवा महिला के साथ आपत्तिजनक हालत में पकड़ा, सामाजिक दबाव में कराई शादी, शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप

Bihar Headmaster Caught With Widow Marriage After Villagers Beat Him
Bihar Headmaster Caught With Widow Marriage After Villagers Beat Him (Source: BBN24/Google/Social Media)

बिहार के Saharsa जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। Madhya Vidyalaya Padariya के प्रिंसिपल Bhuvneshwar Paswan को ग्रामीणों ने एक विधवा महिला के साथ संदिग्ध हालत में बंद कमरे में पकड़ लिया। घटना Sonbarsa Anchal के Maina गांव की है, जहां 25 जून की रात यह सब हुआ।

स्थानीय लोगों के अनुसार, महिला पहले से शादीशुदा थी और पांच बच्चों की मां है। वहीं प्रिंसिपल भुवनेश्वर पासवान भी शादीशुदा हैं और उनके भी पांच बच्चे हैं। दोनों की नजदीकियों को लेकर पहले से ही गांव में चर्चा थी, लेकिन इस बार ग्रामीणों ने रंगे हाथ पकड़ लिया।

ग्रामीणों ने प्रिंसिपल को पहले जमकर पीटा और फिर गांव के सामाजिक दबाव में दोनों की शादी करवा दी। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है और शिक्षा विभाग में भी हड़कंप मच गया है।

जानकारी के मुताबिक, Bhuvneshwar Paswan पहले Sasaram के रहने वाले हैं और Maina गांव में किराए के मकान में रहते थे। वहीं पर उनकी नजदीकियां मृत शिक्षक Paleen Paswan के परिवार से बढ़ी थीं। Paleen की दो साल पहले चुनाव ड्यूटी के दौरान हृदयगति रुकने से मौत हो गई थी। उसी के बाद से विधवा महिला और प्रिंसिपल के बीच संपर्क बना रहा।

ग्रामीणों को दोनों की गतिविधियों पर पहले से शक था। बुधवार रात उन्होंने महिला के घर पर छापा मारा और दोनों को आपत्तिजनक हालत में रंगे हाथ पकड़ लिया। इस पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने हेडमास्टर को बुरी तरह पीट दिया।

Sonbarsa Police के मुताबिक, घटना की जानकारी उन्हें मिली है लेकिन अब तक कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। मामले की जांच जारी है। उधर, शिक्षा विभाग ने भी इस घटना को गंभीरता से लेते हुए Bhuvneshwar Paswan पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की बात कही है।

इस घटना को गांव की सामाजिक संरचना पर कलंक के रूप में देखा जा रहा है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने जो किया, वह सामाजिक मर्यादा को बचाने के लिए जरूरी था।

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