बिहार में परिवहन विभाग की बड़ी लापरवाही: थाना में खड़ी Scorpio का 285 KM दूर काटा गया चालान!

मधेपुरा पुलिस थाना में खड़ी Scorpio का मोतिहारी में ओवरस्पीडिंग का चालान, गाड़ी मालिक Santosh Kumar परेशान, विभागीय सिस्टम पर उठे सवाल

Bihar Transport Department Fake Challan Controversy
(Image Source: Social Media Sites)

बिहार के मधेपुरा जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे परिवहन तंत्र पर सवाल खड़े कर दिए हैं। Singheshwar थाना परिसर में पिछले 28 दिनों से खड़ी एक दुर्घटनाग्रस्त Scorpio (BR 43 P 7950) का चालान 285 किलोमीटर दूर Motihari में ओवरस्पीडिंग के आरोप में काट दिया गया। विभाग की इस गंभीर गलती ने गाड़ी मालिक Santosh Kumar को परेशानी में डाल दिया है।

सड़क हादसे के बाद से थाना में खड़ी थी गाड़ी

यह Scorpio गाड़ी मधेपुरा जिले के Jajhat Sabela गांव के झिटकिया में एक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गई थी। 29 अप्रैल को हुए इस हादसे के बाद इसे Singheshwar थाना में जब्त कर लिया गया। तब से यह वहीं खड़ी है।

गाड़ी के मालिक Santosh Kumar जो फिलहाल Patna में हैं, उन्हें 26 मई को दोपहर 11:51 बजे एक SMS मिला। मैसेज में बताया गया कि उनकी गाड़ी ने Motihari में तेज रफ्तार से गाड़ी चलाई, जिसके लिए ₹2,000 का चालान काटा गया है।

एक नहीं, दो-दो फर्जी चालान, परेशान मालिक

जब Santosh Kumar ने इस बारे में अपने छोटे भाई Boua से संपर्क किया और ऑनलाइन पोर्टल चेक किया, तो पता चला कि इससे पहले भी अगस्त 2024 में Patna में इसी गाड़ी का एक और चालान काटा गया था। उस चालान में भी ₹2,000 का जुर्माना लगाया गया था, जिसमें अधिकारियों के आदेश की अवहेलना का हवाला दिया गया था।

गौर करने वाली बात यह है कि उस समय भी गाड़ी Singheshwar थाना परिसर में ही खड़ी थी।

अधिकारियों को भेजी शिकायत, न्याय के लिए खर्च होंगे हजारों रुपये

Santosh Kumar ने मामले की शिकायत Madhpura जिला परिवहन कार्यालय, Patna Traffic SP, Motihari SP और Singheshwar थाना को ईमेल के जरिए भेज दी है। उनका कहना है कि चालान केवल ₹4,000 का है, लेकिन इसे चुनौती देने के लिए उन्हें हजारों रुपये खर्च करने पड़ेंगे।

अब वे परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों से शिकायत करने की तैयारी कर रहे हैं।

थाना अध्यक्ष ने दी जानकारी

Singheshwar थाना अध्यक्ष Virendra Kumar ने पुष्टि की है कि 29 अप्रैल को हुए सड़क हादसे के बाद उक्त Scorpio पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी और वह गाड़ी अब भी थाना परिसर में खड़ी है। उन्होंने कहा, “चालान कैसे कटा, यह मुझे नहीं पता। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।”

यह घटना न केवल परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि टेक्नोलॉजी के युग में भी सिस्टम में कितनी गंभीर खामियां मौजूद हैं।

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