Lalu Yadav Birthday Drama: केक काटने से पहले नाव से तीन बार गिरे RJD नेता, कैमरे में कैद हुई पूरी नौटंकी!

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Lalu Yadav Birthday Drama Viral Video
(Image Source: Social Media Sites)

राजद (RJD) प्रमुख Lalu Prasad Yadav के 78वें जन्मदिन पर एक बार फिर पार्टी के एक स्थानीय नेता ने अपनी हरकतों से सुर्खियां बटोरी हैं। केदार प्रसाद यादव, जो वैशाली जिले से आरजेडी के सक्रिय कार्यकर्ता हैं, ने जन्मदिन को “ड्रामा डे” में बदल दिया। केदार यादव ने भगवानपुर में गंगा नदी के किनारे एक नाव पर चढ़कर केक काटा और फिर नाटकीय अंदाज़ में तीन बार जानबूझकर पानी में गिर गए।

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसे देखकर लोग हंसते-हंसते लोटपोट हो रहे हैं, तो कुछ इसे “बेशर्मी की हद” बता रहे हैं।

कैमरे में कैद हुई तीन बार की गिरावट

घटना बुधवार सुबह वैशाली के चौड़ घाट की है, जहां केदार यादव नाव पर सवार होकर दो केक लेकर पहुंचे। केक काटने से पहले ही उन्होंने कैमरे की ओर देखकर जानबूझकर पानी में छलांग लगा दी। हैरत की बात ये रही कि ये गिरावट सिर्फ एक बार नहीं हुई – उन्होंने तीन बार यही हरकत दोहराई।

गंगा के जिस हिस्से में यह ड्रामा हुआ, वहां पानी बच्चों के घुटने से भी कम था। बावजूद इसके, केदार यादव “गंभीर गिरने” की एक्टिंग करते रहे। लोग इस नौटंकी को देख हैरान रह गए।

हर बार नई स्क्रिप्ट: वायरल स्टार बनना ही मकसद?

यह कोई पहली बार नहीं है जब केदार यादव सुर्खियों में आए हैं। इससे पहले Tejashwi Yadav जब सड़क हादसे में बाल-बाल बचे थे, तब इन्होंने सड़क की पूजा शुरू कर दी थी। कभी भैंस पर चढ़कर, कभी रेलवे ट्रैक पर हवन कर, तो कभी ठेले पर बैठकर मीडिया का ध्यान खींचने की कोशिश कर चुके हैं।

राजनीति में सोशल मीडिया और कैमरे की ताकत को पहचान चुके इस नेता ने इस बार भी अपनी स्क्रिप्ट तैयार रखी थी। दो केक लाना, फोटोशूट की तैयारी और बार-बार गिरने की योजना – सब कुछ एक सोची-समझी नौटंकी का हिस्सा नजर आया।

सोशल मीडिया पर भड़के लोग, बोले “नेता नहीं, कॉमेडियन हैं”

वीडियो वायरल होते ही ट्विटर (X), फेसबुक और इंस्टाग्राम पर यूजर्स ने इस हरकत की जमकर आलोचना की। कई लोगों ने कहा कि “राजनीति अब एक कॉमेडी शो बन चुकी है”, तो कुछ ने सवाल उठाया कि ऐसे नेताओं को पार्टी में क्यों बर्दाश्त किया जाता है?

सवाल यही कि क्या यह ‘सम्मान’ था या ‘तमाशा’?

लालू यादव जैसे दिग्गज नेता के जन्मदिन को सम्मानपूर्वक मनाने की बजाय, पार्टी के कुछ नेता इसे प्रचार का हथियार बना रहे हैं। सवाल यह है कि क्या इस तरह की हरकतें पार्टी की छवि को मजबूत करेंगी या कमजोर?

📌 निष्कर्ष:
जहां एक ओर समर्थक लालू यादव के लंबे राजनीतिक जीवन का जश्न मना रहे हैं, वहीं दूसरी ओर ऐसे ड्रामेबाज़ नेता पार्टी की गंभीरता पर सवाल खड़े कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल यह वीडियो एक बार फिर यह दिखाता है कि राजनीति में लोकप्रियता पाने के लिए कुछ भी किया जा सकता है – भले ही वह तीन बार नाव से गिरना ही क्यों न हो।

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