पटना: बिहार की राजधानी पटना जल्द ही भारत के खेल मानचित्र पर एक बड़ा मुकाम हासिल करने जा रही है। यहां स्थित Moin-ul-Haq Stadium को अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम बनाया जाएगा, जिसकी दर्शक क्षमता 40,000 होगी। Narendra Modi Stadium (गुजरात) के बाद यह देश का दूसरा सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम होगा।
अगस्त 2025 से शुरू होगा निर्माण, BCCI को मिली 30 साल की लीज
बिहार क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह एक ऐतिहासिक मौका है। Board of Control for Cricket in India (BCCI) को दिसंबर 2024 में इस स्टेडियम की 30 साल की लीज मिली थी। मार्च 2025 तक डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार हो जाएगी और टेंडर प्रक्रिया के बाद अगस्त से निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
इस परियोजना की कुल लागत लगभग ₹500 करोड़ आंकी गई है, और तीन वर्षों में इसका निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
क्या होंगे नए स्टेडियम की खासियतें?
नव-निर्मित स्टेडियम में सिर्फ एक ग्राउंड नहीं बल्कि दो अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट ग्राउंड होंगे। इसमें निम्न सुविधाएं शामिल होंगी:
- खिलाड़ियों के लिए जिम, स्पा, इनडोर प्रैक्टिस एरिया
- अत्याधुनिक ड्रेसिंग रूम, प्रैक्टिस नेट्स
- वीडियो विश्लेषण सूट, सेमिनार हॉल
- बोर्ड रूम, क्लब हाउस, 5-स्टार होटल और रेस्टोरेंट
- बैडमिंटन और वॉलीबॉल कोर्ट
- खिलाड़ियों के लिए हॉस्टल की सुविधा
यह सारी सुविधाएं ICC और BCCI के अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होंगी।
चुनौतियां भी कम नहीं
इस प्रोजेक्ट के समक्ष कई बुनियादी चुनौतियां हैं। जिन जमीनों पर स्टेडियम विस्तार का कार्य होगा, वहां फिलहाल मेट्रो स्टेशन का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके अलावा Kadamkuan Police Station और एक Sai Training Centre को भी शिफ्ट किया जाना आवश्यक होगा, तभी निर्माण कार्य निर्बाध रूप से आगे बढ़ पाएगा।
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को उम्मीदें, IPL जैसे इवेंट्स की मेजबानी का सपना
Bihar Cricket Association के अध्यक्ष Rakesh Tiwari ने इस प्रोजेक्ट को पटना के लिए ‘गेम-चेंजर’ बताया। उन्होंने कहा कि इस स्टेडियम में न केवल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच आयोजित किए जा सकेंगे, बल्कि Indian Premier League (IPL) जैसे बड़े टूर्नामेंट्स की भी मेजबानी की जा सकेगी।
स्टेडियम की सालाना मेंटेनेंस कॉस्ट लगभग ₹20 करोड़ अनुमानित की गई है।