बिहार की बेटी के साथ दोहरा अन्याय! रेप पीड़िता दलित नाबालिग की मौत पर तीन दिन बाद जागे स्वास्थ्य मंत्री Mangal Pandey

Muzaffarpur रेप केस की शिकार बच्ची की PMCH में लापरवाही से हुई मौत, अब बनी जांच समिति, विपक्ष ने नीतीश सरकार को घेरा

Pmch Rape Victim Death Mangal Pandey Action
(Image Source: Social Media Sites)

Muzaffarpur की दलित नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार के बाद Patna के PMCH में इलाज के दौरान हुई मौत के मामले में अब जाकर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री Mangal Pandey ने संज्ञान लिया है। घटना के तीन दिन बाद उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन देते हुए जांच समिति का गठन किया है। उन्होंने कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।

गठित हुई जांच समिति, SKMCH और PMCH से मांगी गई रिपोर्ट

Mangal Pandey ने बताया कि इस मामले में Dr. R.N. Choudhary, Dr. B.K. Singh और Dr. Pramod Kumar के नेतृत्व में तीन डायरेक्टर-इन-चीफ की जांच समिति बनाई गई है। यह टीम Muzaffarpur के SKMCH और Patna के PMCH दोनों जगह जाकर पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी लेगी। रिपोर्ट के आधार पर जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई होगी।

आरोपित की हो चुकी है गिरफ्तारी, स्पीडी ट्रायल की तैयारी

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि रेप केस के आरोपित को Muzaffarpur पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिले के SSP ने भरोसा दिलाया है कि 15 दिनों के भीतर स्पीडी ट्रायल चला कर सख्त सजा दिलाई जाएगी। Pandey ने यह भी बताया कि वे पटना से बाहर थे, इसलिए देरी हुई। लौटने के बाद उन्होंने फौरन बैठक की और जांच प्रक्रिया शुरू कराई।

चार घंटे एंबुलेंस में तड़पती रही बच्ची, नहीं मिला बेड

इस घटना ने Bihar की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी है। रेप पीड़िता को जब SKMCH से PMCH लाया गया, तो उसे चार घंटे तक एंबुलेंस में ही रखा गया। उसे अस्पताल में तुरंत बेड नहीं मिला, जिससे इलाज में देरी हुई और अंततः उसकी मौत हो गई। इस लापरवाही ने सरकार को कठघरे में ला खड़ा किया है।

विपक्ष ने बोला हमला, सरकार पर असंवेदनशीलता का आरोप

इस घटना के बाद Congress, RJD और Jan Suraj समेत तमाम विपक्षी दलों ने राज्य सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस ने प्रदर्शन किया, जबकि RJD ने इसे ‘स्वास्थ्य व्यवस्था की असफलता’ करार दिया। Jan Suraj ने इसे बिहार में बढ़ती अराजकता और सरकार की असंवेदनशीलता का उदाहरण बताया। सभी दलों ने Mangal Pandey के इस्तीफे की मांग की है।

जनता का आक्रोश, सवालों के घेरे में नीतीश सरकार

यह मामला सिर्फ एक बच्ची की मौत का नहीं, बल्कि बिहार की बदहाल स्वास्थ्य सेवा और कमजोर कानून व्यवस्था की कहानी है। पहले रेप, फिर इलाज में लापरवाही — इस दोहरे अन्याय ने जनता को झकझोर कर रख दिया है। अब सबकी निगाहें सरकार की कार्रवाई और जांच समिति की रिपोर्ट पर टिकी हैं।

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