‘जन सुराज’ अभियान के तहत बिहार में बदलाव की यात्रा पर निकले Prashant Kishor (PK) ने शुक्रवार को Siwan में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री Mangal Pandey पर जमकर निशाना साधा। स्थानीय समर्थकों ने PK का जोरदार स्वागत किया और लड्डुओं से तोलकर उन्हें सम्मानित किया।
पत्रकारों से बातचीत में प्रशांत किशोर ने कहा, “भाजपा बार-बार मुझे विधानसभा चुनाव लड़ने की चुनौती देती है, लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या मंगल पांडेय खुद चुनाव लड़ने की हिम्मत रखते हैं? वो तो सिर्फ नॉमिनेशन से नेता बनते हैं, जनता के वोटों से नहीं।”
“2015 में 200 सीटों का दावा किया, BJP को मिली सिर्फ 55”
PK ने मंगल पांडेय की राजनीतिक विफलताओं को गिनाते हुए कहा कि वे 2015 में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे और 200 सीटें जीतने का दावा कर रहे थे, लेकिन पार्टी को सिर्फ 55 सीटें ही मिलीं। इसके बाद उन्हें पश्चिम बंगाल चुनाव की जिम्मेदारी दी गई, जहां भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा।
NMCH की घटना पर जताई नाराजगी
Prashant Kishor ने NMCH (Nalanda Medical College and Hospital) में हुई उस शर्मनाक घटना का भी जिक्र किया, जिसमें एक मरीज की उंगलियां चूहों ने कुतर दी थीं। उन्होंने कहा, “जो मंत्री अपने विभाग में इतनी अव्यवस्था और भ्रष्टाचार झेल रहे हों, उन्हें मुझ पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं। कोविड महामारी के दौरान जो हालात हुए, उसका जिम्मेदार मंगल पांडेय हैं।”
“भाजपा के नेता जुगाड़ू, जनता से नहीं जुड़े”
PK ने भाजपा नेताओं को “जुगाड़ वाला नेता” बताते हुए कहा कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व यदि वाकई चाहता है कि मंगल पांडेय की लोकप्रियता की परीक्षा हो, तो उन्हें सीधे मैदान में उतारना चाहिए। उन्होंने चुनौती दी, “अगर उनमें हिम्मत है, तो इस बार के विधानसभा चुनाव में उतरें और जनता का सामना करें।”
प्रशांत किशोर ने एक बार फिर अपनी राजनीतिक स्पष्टवादिता का परिचय देते हुए भाजपा और मंगल पांडेय को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब देखना यह है कि भाजपा और मंगल पांडेय इस तीखे बयान का क्या जवाब देते हैं।