भगवानपुर हाट (सीवान), संवाददाता — बिहार के सीवान जिले में हुए बहुचर्चित Triple Murder Case में बड़ा मोड़ तब आया जब मुख्य आरोपी Shatrughan Singh उर्फ काका ने शुक्रवार को सीवान कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। Court of Chief Judicial Magistrate Sanjeev Kumar Pandey में पेश होकर उन्होंने खुद को कानून के हवाले किया। उनके साथ एक और आरोपी Pawan Kumar (पुत्र शत्रुघ्न प्रसाद, मलमलिया) ने भी सरेंडर किया।
इससे पहले बुधवार को शत्रुघ्न सिंह के भाई Kedar Singh ने भी कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। अब तक इस मामले में कुल 11 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं जबकि FIR में 20 नामजद हैं।
FIR में शामिल 20 आरोपी, वारदात में तलवार और वाहन का किया गया था इस्तेमाल
Triple murder की यह घटना 4 जुलाई को मलमलिया चौक पर घटी थी। तीसरे दिन Pramod Singh ने कौड़िया वैश्य टोली से आवेदन देकर एफआईआर दर्ज कराई। एफआईआर में जिन 20 लोगों को नामजद किया गया है, उनमें शामिल हैं –
Shatrughan Singh उर्फ काका, Kedar Singh, Ramkishore Singh, Suraj Kumar, Kishan Kumar, Kanchan Kumar उर्फ Kishu, Deepak Kumar, Amit Kumar Singh, Rupesh Kumar Singh, Pawan Kumar (Malmaliya), Kalyan Kumar (Sughari), Prateek Kumar उर्फ Chhotu (Sarsaiya), Abhimanyu Singh (Jalalpur, Saran), Vijendra Yadav (Driver), Sonu Singh, Deonarayana Singh (Petrol Pump Dealer), Akbar Ali Ansari, Meraj Hussain (Akbar’s son), Raju Prasad और Ajay Prasad (Malmaliya)
हत्या के पीछे रची गई थी सोची-समझी साजिश, रोशन अब भी अस्पताल में जूझ रहा जिंदगी से
आरोपियों पर Munna Singh, Kanhaiya Singh और Rohit Kumar की निर्मम हत्या का आरोप है। वहीं, Roshan Kumar और दो अन्य युवक गंभीर रूप से घायल हो गए थे। रोशन का इलाज अब भी गोरखपुर के अस्पताल में चल रहा है। इस पूरे मामले में तलवार से काटने और वाहन से कुचलने जैसी बर्बरता सामने आई थी।
पुलिस पर भारी सवाल, थानाध्यक्ष सस्पेंड, SDPO को हटाया गया
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस की सुस्ती और लापरवाही से मुख्य आरोपी पूरे आठ दिन तक फरार रहा। इस चूक के बाद थानाध्यक्ष सुजीत कुमार चौधरी को सस्पेंड कर दिया गया, जबकि SDPO Rakesh Kumar Ranjan को उनके पद से हटा दिया गया। DIG Nilesh Kumar की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस मुख्यालय ने कार्रवाई की और Traffic DSP Shailesh Preetam को नया प्रभार सौंपा।
राजनीतिक दबाव या सिस्टम फेल? ट्रिपल मर्डर केस बन गया राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल
सीवान का यह तिहरा हत्याकांड अब न केवल स्थानीय बल्कि राज्यस्तरीय सुर्खियों में है। पुलिस की विफलता, राजनीतिक हस्तक्षेप और अपराधियों का आत्मसमर्पण, सब कुछ इस केस को बिहार चुनाव 2025 से पहले एक बड़ा मुद्दा बना रहा है।