झारखंड में Aman Sahu Gang की वापसी! JJMP और Lawrence Bishnoi से बढ़ता गठजोड़

Aman Sahu की मौत के बाद फिर से सक्रिय हुआ गैंग, JJMP से नजदीकी और सोशल मीडिया धमकियों ने पुलिस की बढ़ाई चिंता

Aman Sahu Gang Connection With Jjmp And Lawrence Bishnoi Ats Alert
(Image Source: Social Media Sites)

झारखंड में फिर खौफ फैलाने लौटा Aman Sahu Gang

Aman Sahu की मौत के बाद माना जा रहा था कि उसका गैंग कमजोर पड़ जाएगा, लेकिन अब यह फिर से सिर उठा रहा है। झारखंड पुलिस और ATS को इस गिरोह की गतिविधियों को लेकर अलर्ट किया गया है। खास बात यह है कि यह गैंग अब प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन JJMP के नजदीक आ रहा है और इसके संबंध Lawrence Bishnoi गैंग से भी सामने आ रहे हैं।

नए सदस्यों की भर्ती और सोशल मीडिया पर धमकीभरे पोस्ट

Aman Sahu के करीबी गैंग को दोबारा खड़ा करने में जुटे हैं। नए सदस्य भर्ती किए जा रहे हैं और सोशल मीडिया पर धमकी भरे पोस्ट किए जा रहे हैं। पुलिस और ATS सोशल मीडिया अकाउंट्स की मॉनिटरिंग कर रही है ताकि इस नेटवर्क को तोड़ा जा सके। लातेहार में Rahul Singh से जुड़े कुछ अपराधियों को हिरासत में लिया गया है।

JJMP और Aman Sahu Gang की बढ़ती नजदीकियां

ATS के SP Rishabh Jha के अनुसार, JJMP के कुछ उग्रवादी Aman Sahu Gang से जुड़ रहे हैं। बताया जा रहा है कि JJMP के मारे गए सुप्रीमो Pappu Lohra की मौत पर भी इस गैंग ने सोशल मीडिया पर दुख जताया था। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं JJMP को हथियारों की सप्लाई इस गैंग के जरिए तो नहीं हो रही थी।

गैंग की टेक्निकल और आर्थिक सपोर्ट चेन की जांच

Jharkhand ATS इस बात की जांच कर रही है कि सोशल मीडिया हैंडल किसके द्वारा और कहां से ऑपरेट हो रहे हैं। इसके साथ ही गैंग को मिल रहे आर्थिक और तकनीकी समर्थन के स्रोतों की भी पड़ताल की जा रही है। फिलहाल Aman Sahu के साथी Rahul Singh और Azad Sarkar सोशल मीडिया पर पोस्ट कर धमकियां दे रहे हैं।

Azerbaijan की कस्टडी में है Aman का करीबी Mayank Singh उर्फ Sunil Meena

Aman Sahu का खास रहा Mayank Singh उर्फ Sunil Meena फिलहाल Azerbaijan की कस्टडी में है। बताया जाता है कि यही व्यक्ति Aman और Lawrence Bishnoi के बीच कड़ी का काम करता था। Sunil Meena राजस्थान का रहने वाला है और Lawrence Bishnoi का करीबी दोस्त है।

Lawrence Bishnoi से भी जुड़ रहा है कनेक्शन

Aman Sahu खुद को Lawrence Bishnoi का करीबी बताता था और उसके लिए गुर्गों की सप्लाई करता था। इसके बदले में उसे High-Tech हथियार मिलते थे। इस कनेक्शन को भी Jharkhand ATS गंभीरता से जांच रही है क्योंकि इससे गैंग की पहुंच और क्षमता का अंदाजा लगाया जा सकता है।

Conclusion:
Aman Sahu की मौत के बाद भी उसका गैंग खत्म नहीं हुआ बल्कि नए रूप में सक्रिय हो गया है। JJMP और Lawrence Bishnoi जैसे नेटवर्क से जुड़ाव ने Jharkhand की कानून व्यवस्था को चुनौती दे दी है। राज्य की पुलिस और ATS इस गिरोह की हर गतिविधि पर कड़ी नजर रख रही है, ताकि दोबारा अपराध की जड़ें न जम सकें।

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