बिहार के बक्सर जिले में सोमवार को एक बार फिर अपराधियों की बेखौफ करतूत सामने आई है। चौसा थर्मल पावर प्लांट (Chausa Thermal Power Plant) के गेट के पास उस समय अफरातफरी मच गई जब RJD के युवा नेता Arjun Yadav को बाइक सवार चार अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलियां मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। ये घटना पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा करती है।
Thar से उतरते ही अपराधियों ने घेर लिया और गोलियां बरसाईं
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, Arjun Yadav जैसे ही अपनी Thar गाड़ी से उतरे, दो बाइक पर सवार चार हथियारबंद बदमाशों ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया। बिना कोई चेतावनी दिए उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। गोली Arjun Yadav के सिर के पास भी लगी है, जिससे उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती, जान बचाने की जद्दोजहद
घटना के तुरंत बाद Arjun Yadav को बक्सर सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें रेफर कर दिया। चिकित्सा प्रभारी Dr. Saraswati Chandra Mishra ने बताया, “मरीज की हालत अत्यंत गंभीर है, सिर के पास गोली लगने से खतरा अधिक है।”
सामाजिक सक्रियता बनी हमले की वजह?
Arjun Yadav न केवल एक राजनीतिक नेता हैं, बल्कि छात्र राजनीति से भी जुड़े रहे हैं और चौसा थर्मल पावर प्लांट से प्रभावित किसानों की समस्याओं को लगातार उठाते रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि यही उनकी सक्रियता उनके ऊपर हुए हमले की वजह हो सकती है। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
मौके पर पहुंचे SDPO, लेकिन मीडिया से बनाई दूरी
घटना की जानकारी मिलते ही SDPO Dheeraj Kumar ने अस्पताल और फिर घटनास्थल का मुआयना किया। लेकिन मीडिया से उन्होंने कोई बातचीत नहीं की, जिससे पुलिस की चुप्पी और अधिक संदिग्ध मानी जा रही है।
निष्कर्ष:
बिहार में बढ़ते अपराध और पुलिस की निष्क्रियता एक बार फिर चर्चा में है। Arjun Yadav पर हुआ हमला न केवल राजनीतिक रूप से चिंताजनक है, बल्कि आम लोगों की सुरक्षा पर भी सवाल उठाता है। पुलिस की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।