Bihar Cyber Crime: Kiracric Gaming App की आड़ में 2 करोड़ की ठगी, मास्टरमाइंड Yasir Arafat गिरफ्तार

पूर्णिया में हाई-प्रोफाइल साइबर रैकेट का भंडाफोड़, देशभर में Kiracric ऐप से जुड़ीं 5000+ शिकायतें, पुलिस जांच में जुटी

Cyber Crime News Bbn24
(Image Source: Social Media Sites)

Bihar Cyber Crime: बिहार में साइबर अपराधियों ने ठगी का एक नया तरीका अपनाया है। पूर्णिया जिले में Kiracric नामक एक फर्जी गेमिंग ऐप के जरिए करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की जा रही थी। इस हाई-प्रोफाइल साइबर रैकेट का पर्दाफाश करते हुए पूर्णिया पुलिस ने मास्टरमाइंड Yasir Arafat को गिरफ्तार कर लिया है। अब तक आरोपी ने करीब 2 करोड़ रुपये की अवैध कमाई स्वीकार की है।

Abhishek Kumar से 15 लाख की ठगी, शिकायत के बाद खुला मामला

3 जून को कोलकाता निवासी Abhishek Kumar Choubey ने पूर्णिया साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनसे 15 लाख रुपये की ठगी हुई है। ठगी Kiracric ऐप के माध्यम से Seemanchal Trending नामक UPI ID से की गई थी। पुलिस ने जांच शुरू करते हुए आरोपी की पहचान और लोकेशन ट्रेस की।

ठगी का नेटवर्क और धमकी भरे कॉल का राज

जांच में सामने आया कि यह पूरा साइबर रैकेट Yasir Arafat चला रहा था। वह खुद को वैध बिजनेसमैन बताकर लोगों को मोटा मुनाफा दिखाकर ठग रहा था। पुलिस ने आरोपी के पास से मोबाइल, लैपटॉप और दो सिम कार्ड जब्त किए। इनमें से एक नंबर से 20 मई को पीड़ित को धमकी भी दी गई थी।

5000+ Cyber Complaints: देशभर में फैल चुका है Kiracric का जाल

साइबर क्राइम पोर्टल पर Kiracric ऐप से जुड़ी 5000 से अधिक शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं। यह ऐप यूज़र्स को गेमिंग के जरिए बड़ा रिटर्न दिलाने का लालच देता है, लेकिन असल में यह एक फिशिंग प्लेटफॉर्म है जो लोगों की पर्सनल और बैंकिंग जानकारी चुरा कर ठगी करता है।

IPC और IT Act के तहत केस दर्ज, नेटवर्क की जांच जारी

पूर्णिया साइबर थाना में इस मामले को कांड संख्या 41/25 के तहत दर्ज किया गया है। आरोपी पर IPC की धाराएं 316(5), 318(4), 319(2), 351(2) और IT Act की धाराएं 66(C), 66(D) लगाई गई हैं। पुलिस को संदेह है कि यह रैकेट मल्टी-लेवल नेटवर्क में काम कर रहा है, जिसमें कई अन्य साथी शामिल हो सकते हैं।

ऑनलाइन सुरक्षा पर फिर उठा सवाल

Kiracric ऐप से जुड़े इस मामले ने एक बार फिर भारत में ऑनलाइन सुरक्षा और यूज़र अवेयरनेस की गंभीर स्थिति को उजागर किया है। जब तक यूज़र्स सतर्क नहीं होंगे, ऐसे साइबर ठग अपनी स्कीमों के जरिए लोगों को ठगते रहेंगे।

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