पटना शूटआउट में बड़ा खुलासा! ‘बादशाह’ ने प्लान किया था चंदन मिश्रा का मर्डर, शेरू गैंग की एंट्री से साजिश में नया ट्विस्ट

Paras Hospital Shootout: पुलिस ने पांचों शूटरों की पहचान की, मास्टरमाइंड तौसीफ 'बादशाह' निकला, दोस्ती से दुश्मनी तक की कहानी आई सामने

Patna Chandan Mishra Murder Case Tausif Badshah Sheru Gang
Patna Chandan Mishra Murder Case Tausif Badshah Sheru Gang (Source: BBN24/Google/Social Media)

पटना: गुरुवार सुबह पटना के Paras Hospital में हुए बहुचर्चित Chandan Mishra Murder Case में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। चंदन मिश्रा को गोली मारने वाले पांचों शूटरों की पहचान कर ली गई है। सबसे आगे और लीड करने वाला शूटर निकला तौसीफ ‘बादशाह’, जिसने इस पूरी वारदात को प्लान किया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस मर्डर केस में शेरू गैंग का नाम भी तेजी से सामने आ रहा है, जिसने इस हत्या की साजिश को और गहरा बना दिया है।

शूटआउट में आगे था तौसीफ ‘बादशाह’, शेरू गैंग का कनेक्शन आया सामने

पुलिस जांच में सामने आया है कि वारदात के समय सफेद प्रिंटेड शर्ट और नीली जींस में तौसीफ ‘बादशाह’ सबसे आगे था। वह बिना टोपी के चंदन मिश्रा के कमरे में घुसा और शूटआउट को लीड किया। तौसीफ का असली नाम तौसीफ है लेकिन अपराध की दुनिया में वह ‘बादशाह’ के नाम से कुख्यात है।

बताया जा रहा है कि तौसीफ पटना के St. Karen’s School का पढ़ा-लिखा है और वर्तमान में फुलवारी शरीफ इलाके में जमीन का कारोबार करता है। इसके साथ ही उसका गैंग सुपारी लेकर हत्या करने के लिए कुख्यात है। पुलिस को शक है कि चंदन मिश्रा की हत्या भी सुपारी किलिंग का ही हिस्सा थी।

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चंदन मिश्रा और शेरू गैंग की दुश्मनी बनी हत्या की वजह?

चंदन मिश्रा और Sheru Gang के बीच की कहानी भी पुलिस के लिए अहम सुराग बन गई है। कभी ये दोनों अच्छे दोस्त थे और साथ में अपराध की दुनिया में कदम रखा था। दोनों भागलपुर जेल में हत्या के केस में बंद थे, जहां आपसी विवाद ने दोस्ती को दुश्मनी में बदल दिया। पुलिस का मानना है कि इसी दुश्मनी ने गैंगवार का रूप लिया और चंदन मिश्रा को मौत के घाट उतार दिया गया।

चार अन्य शूटरों की भी पहचान, छापेमारी जारी

पुलिस ने तौसीफ के साथ अन्य चार शूटर्स की भी पहचान कर ली है। हालांकि, उनके नाम अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। पुलिस की टीमें पटना और आसपास के इलाकों में लगातार छापेमारी कर रही हैं। कई संदिग्धों से पूछताछ भी जारी है।

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अप्रैल से जून तक बिहार में मर्डर बढ़ते हैं: ADG कुंदन कृष्णन

इस हत्याकांड पर ADG कुंदन कृष्णन ने भी बयान दिया है कि बिहार में अप्रैल, मई और जून के महीनों में मर्डर के केस बढ़ जाते हैं, क्योंकि इस दौरान ज्यादातर किसान बेरोजगार रहते हैं। ऐसे में गैंगवार और सुपारी किलिंग जैसे मामलों में इजाफा होता है।

पुलिस का कहना है कि बहुत जल्द इस हत्याकांड के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जांच में और भी चौंकाने वाले खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।

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