पुजारी के वेश में छिपा था किडनी माफिया, 50 से ज्यादा हत्याएं कर चुके ‘Serial Killer Doctor’ की फिर हुई गिरफ्तारी

Serial Killer Doctor Devendra Sharma Pujari Disguise Arrested Again
(Image Source: Social Media Sites)

Doctor Death‘ के नाम से बदनाम, कुख्यात Serial Killer Doctor Devendra Sharma एक बार फिर पुलिस के हत्थे चढ़ा है। Delhi Police Crime Branch ने उसे Rajasthan के Dausa जिले के एक आश्रम से गिरफ्तार किया, जहां वह पुजारी के वेश में प्रवचन दे रहा था। वह पहले भी उम्रकैद और फांसी की सजा पाने के बाद पैरोल पर बाहर आया और फरार हो गया था।

उसकी आपराधिक कहानी किसी thriller movie से कम नहीं है। देवेंद्र न सिर्फ 125 से ज्यादा किडनी ट्रांसप्लांट के अवैध रैकेट का मास्टरमाइंड रहा है, बल्कि 50 से अधिक हत्याएं कर चुका है। उसने शवों को UP के Kasganj में मगरमच्छों को खिलाकर सबूत तक मिटा दिए।

कैसे एक आयुर्वेदिक डॉक्टर बना क्रूर अपराधी?

Devendra Sharma मूल रूप से अलीगढ़ (UP) के पुरैनी गांव का रहने वाला है। उसने BAMS (Ayurvedic Medicine and Surgery) की पढ़ाई की और 1984 में Bandikui (Rajasthan) में ‘जनता क्लिनिक’ खोला। लेकिन जब 1994 में उसे गैस एजेंसी डीलरशिप के नाम पर 11 लाख का चूना लग गया, तब उसका जीवन बदल गया।

वह पहले फर्जी गैस एजेंसी और ट्रक लूट जैसे अपराधों में शामिल हुआ और फिर किडनी रैकेट में उतर गया।

125 अवैध किडनी ट्रांसप्लांट, करोड़ों की कमाई

1998 से 2004 के बीच, देवेंद्र ने Delhi, Haryana और Rajasthan में फैले किडनी रैकेट को अंजाम दिया। उसने डॉ. अमित जैसे बिचौलियों के साथ मिलकर गरीबों को पैसे का लालच देकर उनकी kidneys निकालीं और 5-7 लाख रुपये प्रति ट्रांसप्लांट कमाए।

इस नेटवर्क में कई और डॉक्टर व दलाल भी शामिल थे।

सीरियल मर्डर: ड्राइवरों की हत्या कर शव मगरमच्छों को खिलाए

Devendra Sharma का खौफ यहीं खत्म नहीं होता। वह टैक्सी चालकों को झांसे में लेकर उन्हें सुनसान जगह ले जाता, गला घोंटकर हत्या करता और फिर शवों को हजारा नहर (Kasganj) में फेंक देता। उसका मानना था कि मगरमच्छ सबूत खत्म कर देंगे।

पुलिस पूछताछ में उसने कबूला कि उसने 50 से अधिक हत्याएं कीं, और एक समय के बाद वह गिनती तक छोड़ चुका था।

सात बार उम्रकैद और एक बार फांसी की सजा

2004 में Gurugram Police ने देवेंद्र को गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा में 27 से अधिक केस दर्ज हैं, जिनमें हत्या, अपहरण और लूट शामिल हैं। उसे 7 मामलों में उम्रकैद और एक में फांसी की सजा सुनाई गई थी।

फिर भी, 2020 और 2023 में उसे पैरोल मिली और दोनों बार वह फरार हो गया।

पुजारी बनकर छिपा, मोबाइल ने खोल दी पोल

2023 में पैरोल से भागने के बाद, वह Dausa के एक आश्रम में साधु बनकर रहने लगाDelhi Police Crime Branch ने पैरोल जंपरों के लिए एक विशेष अभियान चलाया।

इंस्पेक्टर Rakesh Kumar और उनकी टीम ने उसकी तलाश में Aligarh, Delhi, Jaipur और Prayagraj में महीनों तक जांच की।

अंततः, एक जवान ने मरीज बनकर आश्रम में उससे संपर्क किया, और पुष्टि होते ही गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के वक्त वह प्रवचन दे रहा था और उसने स्वीकार किया कि वह कभी जेल लौटने का इरादा नहीं रखता था।

निष्कर्ष

Devendra Sharma की कहानी दिखाती है कि एक पढ़ा-लिखा इंसान किस तरह लालच, धोखे और अपराध की दुनिया में इतना गहराई तक डूब सकता है कि उसे इंसानियत का भी ख्याल न रहे। ‘Doctor Death’ के नाम से मशहूर यह सीरियल किलर अब एक बार फिर कानून के शिकंजे में है, लेकिन सवाल यही है कि क्या इस बार वह सलाखों के पीछे ही रहेगा?

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