बिहार में फिर शिक्षाकर्मी बना अपराधियों का निशाना: स्कूल जाते वक्त मारी गोली, मौके पर मौत

15 साल से पढ़ा रहे शिक्षक Mansoor Alam की हत्या से फैली सनसनी, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

Teacher Shot Dead In Bihar On Way To School Darbhanga Mansoor Alam Murder
(Image Source: Social Media Sites)

स्कूल जाते समय शिक्षक की गोली मारकर हत्या: बिहार के दरभंगा जिले से एक बार फिर चौंकाने वाली घटना सामने आई है। बुधवार सुबह स्कूल जाते समय एक शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक शिक्षक की पहचान Mansoor Alam के रूप में हुई है, जो मधुबनी जिले के बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के तीसी परसौनी गांव के निवासी थे। वे पिछले 15 साल से प्राथमिक विद्यालय नसीरगंज में पढ़ा रहे थे।

सुनसान सड़क पर मारी गई गोली, मौके पर ही तोड़ा दम

Mansoor Alam रोज की तरह बुधवार सुबह साइकिल से स्कूल जा रहे थे। दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र में निस्ता-भरवाड़ा के बीच स्थित सुनसान रास्ते पर अज्ञात अपराधियों ने पीछे से उनके कान के ऊपर और गर्दन के नीचे गोली मारी। गोली लगते ही उनकी मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना नसीरगंज सोलर प्लेट बिजली संयंत्र के पास हुई है, जहां उनका शव सड़क किनारे पड़ा मिला।

स्कूल से कुछ ही दूरी पर मिली लाश, परिवार में मचा कोहराम

बताया जा रहा है कि Mansoor Alam अपने परिवार के साथ शंकरपुर में डेरा लेकर रहते थे। रोजाना करीब 2 किलोमीटर की दूरी साइकिल से तय कर स्कूल जाते थे। आज भी वे उसी रूट से स्कूल जा रहे थे, लेकिन विद्यालय से मात्र 500 मीटर पहले ही उन्हें मौत मिली। जब सूचना मिली तो उनकी पत्नी Khairul Nisha, बेटी और अन्य परिजन घटनास्थल पर पहुंचे। रोते-बिलखते परिजनों का हाल देख हर किसी की आंखें नम हो गईं।

पुलिस और FSL टीम ने शुरू की जांच, अपराधी जल्द पकड़े जाएंगे: SDPO

घटना की सूचना मिलते ही सिंहवाड़ा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू कर दी। वहीं, SDPO सदर 2 कमतौल Jyoti Kumari भी घटनास्थल पर पहुंचीं। FSL (Forensic Science Laboratory) की टीम ने भी मौके पर जांच शुरू कर दी है। SDPO Jyoti Kumari ने मीडिया को बताया कि “मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”

बढ़ते अपराध पर उठ रहे सवाल

Mansoor Alam की हत्या ने एक बार फिर बिहार में शिक्षकों और आम लोगों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। शिक्षकों की खुलेआम हत्या से ना सिर्फ शिक्षा जगत में भय का माहौल है, बल्कि आम नागरिक भी दहशत में हैं।

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