अमेरिकी अखबार The Wall Street Journal (WSJ) की ताज़ा रिपोर्ट ने इस भयानक हादसे में एक संभावित “ह्यूमन एरर” की ओर इशारा किया है। WSJ के अनुसार, प्रारंभिक जांच में संकेत मिला है कि Air India Flight AI-171 के दोनों इंजनों के फ्यूल कंट्रोल स्विच टेकऑफ के समय ही बंद कर दिए गए थे, जिससे विमान ने तेजी से थ्रस्ट खो दिया और वह रनवे छोड़ने के कुछ ही सेकंड में नीचे गिरने लगा।
कोई तकनीकी खराबी नहीं, मानवीय चूक की आशंका
Boeing 787 Dreamliner विमान के विस्तृत निरीक्षण में अब तक कोई भी तकनीकी गड़बड़ी सामने नहीं आई है। ऐसे में अब जांच एजेंसियों का ध्यान पायलट के निर्णय, कॉकपिट में उनकी गतिविधियों और विशेषकर फ्यूल स्विच संचालन की ओर केंद्रित है। इन स्विचों का उपयोग आमतौर पर इंजन चालू या बंद करने के लिए किया जाता है—टेकऑफ के समय इनका बंद होना दुर्लभ और जानलेवा है।
ब्लैक बॉक्स डिकोडिंग से खुलेगा सच
हालांकि अब तक की जानकारियों में ह्यूमन एरर की आशंका गहराई है, लेकिन अंतिम निष्कर्ष ब्लैक बॉक्स और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर के विश्लेषण पर आधारित होंगे। भारत की जांच एजेंसी Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) जल्द ही इस पर विस्तृत रिपोर्ट जारी कर सकती है।
एकमात्र बचे यात्री की गवाही बनी जांच का अहम हिस्सा
इस हादसे में चमत्कारिक रूप से बचे एकमात्र यात्री ने बताया कि टेकऑफ के कुछ ही पलों में विमान में कंपन और जोरदार झटका महसूस हुआ था, फिर अचानक सब कुछ अंधेरा हो गया। उसकी गवाही, कॉकपिट रिकॉर्डिंग के साथ, जांच का महत्वपूर्ण आधार बन चुकी है।
भारत की रिपोर्ट पर टिकी निगाहें, सुरक्षा मानकों में बदलाव संभव
International Civil Aviation Organization (ICAO) के नियमों के अनुसार, 30 दिन के भीतर प्रारंभिक रिपोर्ट ज़रूरी होती है। 12 जून को हादसा हुआ और आज 11 जुलाई को भारत की ओर से इस रिपोर्ट के सार्वजनिक होने की पूरी संभावना है। इससे न सिर्फ हादसे के कारण स्पष्ट होंगे, बल्कि संभावित Safety Reforms भी सुझाए जा सकते हैं।